ह्यूस्टन, पांच अप्रैल अमेरिका के टेक्सास प्रांत में भारतीय मूल के एक व्यक्ति ने एक हिंदू मंदिर और उससे संबंधित कंपनी पर 10 लाख अमेरिकी डॉलर से अधिक के हर्जाने की मांग करते हुए मुकदमा दायर किया है. व्यक्ति के 11 वर्षीय बेटे को 2023 में एक धार्मिक समारोह के दौरान लोहे की गर्म छड़ से दागा गया था.
फोर्ट बेंड काउंटी के निवासी विजय चेरुवु ने कहा कि पिछले साल अगस्त में टेक्सास के शुगरलैंड में श्री अष्टलक्ष्मी हिंदू मंदिर में एक धार्मिक समारोह के दौरान उनके बेटे को लोहे की गर्म छड़ से दागा गया था.
फोर्ट बेंड काउंटी में इस सप्ताह दायर एक वाद के अनुसार, लड़के को अत्यधिक दर्द हुआ था और उसकी उस जगह की त्वचा विरूपित हो गई थी.मंदिर और उसके मूल संगठन, जीयर एजुकेशनल ट्रस्ट (जेईटी) यूएसए, इंक. के खिलाफ मुकदमे में चेरुवु 10 लाख अमेरिकी डॉलर से अधिक की क्षतिपूर्ति की मांग कर रहे हैं.
चेरुवु ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, "मैं हैरान रह गया.मुझे नहीं पता था कि उससे कैसे निपटूं। मेरी प्राथमिक चिंता मेरे बेटे की भलाई है.’’उन्होंने कहा कि उनके बेटे के कंधे पर दागकर दो जगहों पर भगवान विष्णु की आकृति बनायी गई थी.
मुकदमे में दावा किया गया है कि अगस्त में शुगरलैंड में सिनॉट रोड पर अष्टलक्ष्मी मंदिर में आयोजित हुए समारोह में 100 से अधिक लोगों ने भाग लिया था.उन प्रतिभागियों में से तीन बच्चे थे, जिनमें चेरुवु का बेटा भी शामिल था.
चेरुवु के वकील ब्रैंट स्टोगनर ने कहा कि लड़के के दोनों कंधों पर दागा गया है, जिसके परिणामस्वरूप अत्यधिक दर्द हुआ और बाद में संक्रमण हो गया.स्टोगनर के अनुसार, लड़के ने अपनी मां के साथ समारोह में भाग लिया और उसकी इच्छा के विरुद्ध और उसके पिता की जानकारी या सहमति के बिना उसे दागा गया था. टेक्सास में माता-पिता की सहमति से भी बच्चे को दागना, गोदना गैरकानूनी है.संपर्क किये जाने पर मंदिर से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली.
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