VIDEO: ज्वालामुखी फटने से 2 दिन में 170 बार आया भूकंप, पेरू में 17 धमाकों के बाद 2 महीने की इमरजेंसी घोषित
पिछले दो दिनों में 17 विस्फोट हुए हैं. प्रभावित लोगों को जले हुए ईंधन की गंध के अलावा, उनके घरों में फैली राख और धूल के कारण सांस लेने में परेशानी हो रही है.
Peru Ubinas Volcano Eruption: पेरू ने दो दिनों में 17 विस्फोटों और 170 भूकंपों के बाद उबिनास ज्वालामुखी पर आपातकाल की घोषणा की है. मंगलवार सुबह से ही दक्षिणी पेरू में राख की बौछार से कम से कम 2,000 लोग खतरे में पड़ गए हैं. एंडियन देश में 400 ज्वालामुखीय संरचनाओं में से सबसे सक्रिय ज्वालामुखी, उबिनास फिर से सक्रिय हो गया है.
ज्वालामुखी विस्फोट के बाद पांच किलोमीटर की ऊंचाई कर राख फैल गया है और यह 10 किलोमीटर के दायरे में फैल गया है. पिछले दो दिनों में 17 विस्फोट हुए हैं. प्रभावित लोगों को जले हुए ईंधन की गंध के अलावा, उनके घरों में फैली राख और धूल के कारण सांस लेने में परेशानी हो रही है.
बुधवार को, सरकारी कैबिनेट ने मोकेगुआ में जनरल सांचेज़ सेरो प्रांत के सात जिलों में 60 दिनों के लिए आपातकाल की स्थिति की घोषणा को मंजूरी दे दी. ये जिले हैं कोलाक, चोजाटा, इचुना, ल्लोक, मटालाक, उबिनास और युंगा है.
प्रधान मंत्री अल्बर्टो ओटारोला ने कहा, "सरकार का केंद्रीय कार्य जनसंख्या की रक्षा करना है." आपातकाल के कारण, 13 प्रारंभिक शिक्षा, प्राथमिक और माध्यमिक शिक्षा केंद्रों के साथ-साथ दो संस्थानों में कक्षाएं निलंबित कर दी गई हैं.
ज्वालामुखीविदों ने चेतावनी दी है कि ज्वालामुखी की राख, अत्यधिक जहरीली होने के कारण, कृषि, पशुधन और निश्चित रूप से पर्यावरण पर गंभीर प्रभाव डालेगी. पेरू की राष्ट्रीय मौसम विज्ञान और जल विज्ञान सेवा (सेनामी) ने चेतावनी दी है कि पूर्व और उत्तर-पश्चिम की ओर चलने वाली हवाएं राख के फैलाव को बढ़ावा देंगी, जिससे अरेक्विपा क्षेत्र भी प्रभावित होगा. यूबिनास फिलहाल ऑरेंज अलर्ट पर है.
आखिरी बार यूबिनास ज्वालामुखी जुलाई 2019 में सक्रिय हुई थी, तीन महीने तक इसमें धमाके हुए थे. धुआं 8 किलोमीटर ऊपर तक पहुंच गया और 250 किलोमीटर के दायरे में फैल गया था.