संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने यमन में हुए संघर्षो पर जताई चिंता

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने दक्षिणी यमन में अदन व इसके आसपास के क्षेत्रों में हालिया झड़पों व संघर्षों पर चिंता व्यक्त की है, जहां संयुक्त राष्ट्र की मान्यता प्राप्त सरकार अस्थायी रूप से है. अदन को यमन की अस्थायी राजधानी के रूप में माना जाता है, अदन वह जगह है जहां 2015 से ही यमन की सरकार ने खुद को स्थापित किया है.

राष्ट्रपति पीटर मौरर (Photo Credits: IANS)

संयुक्त राष्ट्र : संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (United Nations Security Council)  ने दक्षिणी यमन में अदन व इसके आसपास के क्षेत्रों में हालिया झड़पों व संघर्षों पर चिंता व्यक्त की है, जहां संयुक्त राष्ट्र की मान्यता प्राप्त सरकार अस्थायी रूप से है.

समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, एक प्रेसिडेंशियल बयान में, परिषद ने गुरुवार को कहा कि वह "यमन के दक्षिण में हाल के घटनाक्रमों को लेकर चिंतित है, जिसमें राज्य संस्थानों को कब्जे में लेने का हिंसक प्रयास भी शामिल है."

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इसने सभी शामिल पक्षों से संयम दिखाने और यमन की क्षेत्रीय अखंडता को बनाए रखने का आह्वान किया. परिषद ने स्थिति का समाधान करने के लिए जेद्दा में एक वार्ता बैठक का आयोजन करने के सऊदी अरब के प्रयासों का भी स्वागत किया है और पूरी तरह से समर्थन किया, और उन प्रयासों को सफल बनाने के लिए सभी पक्षों से रचनात्मक रूप से इसमें शामिल होने का आह्वान किया है.

अदन को यमन की अस्थायी राजधानी के रूप में माना जाता है, अदन वह जगह है जहां 2015 से ही यमन की सरकार ने खुद को स्थापित किया है. यह अरब देश 2014 के अंत से गृह युद्ध की चपेट में है, जब हौती विद्रोहियों ने राजधानी सना सहित सभी उत्तरी प्रांतो और देश के अधिकांश हिस्से पर कब्जा कर लिया था. सऊदी के नेतृत्व वाला गठबंधन 2015 से यमन के हौती विद्रोहियों से लड़ रहा है.

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