चीन, यूरोप और अमेरिका के पार्ट्स का उपयोग कर रहे हैं रूसी ड्रोन: वोलोडिमिर जेलेंस्की
Volodymyr Zelensky (img: TW)

कीव, 3 नवंबर : यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने एक वीडियो संबोधन में कहा कि अक्टूबर में रूस ने 2,000 से अधिक शाहेद ड्रोन और मिसाइलों का उपयोग किया जिसमें पश्चिमी घटकों का इस्तेमाल किया गया था. उन्होंने विशेष निर्यातित घटकों और संसाधनों पर कड़े नियंत्रण की मांग की.

उन्होंने आगे कहा कि ये सभी पार्ट्स चीन, यूरोप और अमेरिका की कंपनियों से आए हैं. इस संख्या का मतलब है कि 1,70,000 से ज़्यादा पार्ट्स हैं जिन्हें रूस को आपूर्ति किए जाने से रोका जाना चाहिए था. माइक्रोचिप, माइक्रोकंट्रोलर, प्रोसेसर और बहुत सारे अलग-अलग हिस्से, जिनके बिना यह आतंक संभव नहीं होगा. यह भी पढ़ें : Iran Supreme Leader Warned Israel: ईरान के सर्वोच्च नेता ने कहा, इजरायल, अमेरिका को दिया जाएगा ‘मुंह तोड़ जवाब’

जेलेंस्की ने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से मास्को के खिलाफ प्रतिबंधों को और बढ़ाने का आग्रह किया, साथ ही कहा कि ये प्रतिबंध 'प्रभावी' होने चाहिए. यूक्रेनी राष्ट्रपति ने प्रतिबंधों से बचने को रोकने के लिए निर्यात नियंत्रण बढ़ाने की तत्काल आवश्यकता पर ज़ोर दिया और कहा कि रूस की आपूर्ति श्रृंखला चीन, यूरोप और अमेरिका की फर्मों के 1,70,000 से ज्यादा अलग-अलग पार्ट्स पर निर्भर करती है.

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर एक पोस्ट शेयर करते हुए, ज़ेलेंस्की ने लिखा, "रूस धीरे-धीरे 'शाहेद ड्रोन' और मिसाइलों के साथ अपने दैनिक हमलों को बढ़ा रहा है और वह ऐसा करने के लिए अभी भी पश्चिमी पार्ट्स का उपयोग कर रहा है. अकेले अक्टूबर में, यूक्रेन के खिलाफ लगभग हर दिन 2,000 से ज़्यादा शाहेद लॉन्च किए गए. जेलेंस्की ने विशेष पार्ट्स और संसाधनों पर निर्यात नियंत्रण बढ़ाने के महत्व पर भी जोर दिया, जो रूस को लगाए गए प्रतिबंधों से बचने से रोकने के लिए महत्वपूर्ण है.

उन्होंने कहा, "यह चल रही आपूर्ति श्रृंखला एक बार फिर दुनिया के लिए विशेष पार्ट्स और संसाधनों पर निर्यात नियंत्रण बढ़ाने की तत्काल आवश्यकता को उजागर करती है. रूस को उन प्रतिबंधों को दरकिनार करने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए जो इस युद्ध के जवाब में बहुत पहले लगाए गए थे."ज़ेलेंस्की ने कहा, "प्रतिबंधों को बढ़ाया जाना चाहिए और प्रभावी होना चाहिए. प्रतिबंधों को दरकिनार करने की हर योजना लोगों और दुनिया के खिलाफ अपराध है. यह एक वैश्विक खतरा है और केवल वैश्विक, एकीकृत दबाव ही इसे दूर कर सकता है."