Ramadan 2020: सऊदी अरब में रमजान के दौरान पवित्र मक्का और मदीना की मस्जिद भक्तों के लिए रहेगी बंद, नहीं होगी तरावीह
कोरोना वायरस (Coronavirus) की चपेट से पूरी दुनिया जूझ रही है. इस वायरस का अब तक कोई कारगर तोड़ नहीं मिल पाया है. दूसरे अन्य देशों की तरह सऊदी अरब (Saudi Arabia) भी इस महामारी की चपेट में है. इसी बीच मुस्लिम समाज का सर्वाधिक पाक महिना रमजान शुरू होने वाला है. लेकिन कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप के कारण सऊदी अरब ने अपने दो सबसे पाक मस्जिदों का निलंबन आगे बढ़ा दिया है. इन दो सबसे पवित्र मस्जिदों के नाम ग्रैंड मस्जिद और पैगंबर की मस्जिद हैं. जहां कोई नमाजी रमजान के महीने में नमाज पढ़ पाएगा. दरअसल COVID-19 के बढ़ते प्रकोप के कारण इस बार यह फैसला लिया गया है. इस दरम्यान यहां से मस्जिद अल-हरम और अल मस्जिद अल-नबावी से पूरे महीने नमाज का प्रसारण किया जाएगा लेकीन यहां पर किसी को इंट्री नहीं दी जाएगी.
Ramadan 2020: कोरोना वायरस (Coronavirus) की चपेट से पूरी दुनिया जूझ रही है. इस वायरस का अब तक कोई कारगर तोड़ नहीं मिल पाया है. दूसरे अन्य देशों की तरह सऊदी अरब (Saudi Arabia) भी इस महामारी की चपेट में है. इसी बीच मुस्लिम समाज का सर्वाधिक पाक महिना रमजान शुरू होने वाला है. लेकिन कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप के कारण सऊदी अरब ने अपने दो सबसे पाक मस्जिदों का निलंबन आगे बढ़ा दिया है. इन दो सबसे पवित्र मस्जिदों के नाम ग्रैंड मस्जिद और पैगंबर की मस्जिद हैं. जहां कोई नमाजी रमजान के महीने में नमाज पढ़ पाएगा. दरअसल COVID-19 के बढ़ते प्रकोप के कारण इस बार यह फैसला लिया गया है. इस दरम्यान यहां से मस्जिद अल-हरम और अल मस्जिद अल-नबावी से पूरे महीने नमाज का प्रसारण किया जाएगा लेकीन यहां पर किसी को इंट्री नहीं दी जाएगी.
बता दें कि सऊदी अरब के दो प्रमुख मस्जिदों के अध्यक्ष जनरल, शेख डॉ अब्दुल्रहमान बिन अब्दुलअज़ीज़ अल-सुदैस ने इस बात का ऐलान किया है. इस दौरान मस्जिद पूरी तरह बंद रहेगी. सऊदी अरब ने पिछले महीने देश की सभी मस्जिदों में इकट्ठा होकर नमाज पढ़ने पर रोक लगा दी थी. केवल मक्का और मदीना की मस्जिदों में इस तरह की नमाज की अनुमति है, जहां केवल मस्जिद के कर्मचारी परिसर के अंदर प्रवेश कर सकते हैं.
ANI की ट्वीट:-
इस साल 23 अप्रैल 2020 को अगर चांद का दीदार होने के बाद 24 अप्रैल को पहला रोजा रखा जायेगा. बता दें कि इस्लामिक महीने चांद पर निर्भर होते हैं. यदि 24 को चांद का दीदार हुआ तो 25 को पहला रोजा होगा. 24/25 मई को ईद-उल-फितर का त्यौहार मनाया जायेगा.