Nuclear Attack Warning: पूरी दुनिया में दहशत! 'तानाशाह' किम जोंग ने दी परमाणु हमले की धमकी, निशाने पर है ये देश

किम ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि 'यदि दुश्मन द्वारा परमाणु हमले की धमकी दी जाती है या उसे भड़काया जाता है, तो हम परमाणु हथियारों का इस्तेमाल करने में संकोच नहीं करेंगे.'

(Photo : X)

Kim Jong Un Warns Of Nuclear Attack: पिछले हफ्ते उत्तर कोरिया के सर्वोच्च नेता किम जोंग-उन ने परमाणु हथियारों को लेकर एक बार फिर बड़ा बयान दिया है, जिसने अंतरराष्ट्रीय चिंताओं को और हवा दी है. किम ने ऐलान किया है कि 'दुश्मन द्वारा उकसाने पर हम परमाणु हमले से पीछे नहीं हटेंगे. उत्तर कोरिया की सरकारी समाचार एजेंसी केसीएनए के अनुसार, किम ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि 'यदि दुश्मन द्वारा परमाणु हमले की धमकी दी जाती है या उसे भड़काया जाता है, तो हम परमाणु हथियारों का इस्तेमाल करने में संकोच नहीं करेंगे.'

इसी हफ्ते उत्तर कोरिया ने अपना सबसे ताकतवर अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल 'ह्वासोंग-18' का भी परीक्षण किया. इसके साथ ही इस क्षेत्र में तनाव और बढ़ गया है. हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि यह हथियार वास्तव में कितना सक्षम है और इसे वास्तविक लक्ष्य पर भेजा जा सकता है कि नहीं. नॉर्थ कोरिया अपने परमाणु हथियारों के परीक्षण को संयुक्त राष्ट्र के मंच पर सही ठहरा चुका है. REAKING: हिंद महासागर में भारतीय जहाज पर ड्रोन अटैक, हमले के बाद भीषण धमाका

किम जोंग-उन के बयान और मिसाइल परीक्षण ने वैश्विक स्तर पर चिंता बढ़ा दी है. संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने इसे 'अत्यधिक लापरवाहीपूर्ण' और 'अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा के लिए खतरा' बताया है. जबकि अमेरिका, दक्षिण कोरिया और जापान जैसे देशों ने इस कदम की कड़ी निंदा की है.

हालांकि, उत्तर कोरिया का कहना है कि यह परमाणु हथियार उसके अस्तित्व की रक्षा के लिए आवश्यक हैं. वे अमेरिका और उसके सहयोगियों द्वारा दशकों से किए गए सैन्य कार्यों और आर्थिक प्रतिबंधों का हवाला देते हैं. उनका मानना है कि मजबूत परमाणु बल ही उन्हें हमले से बचा सकता है.

लेकिन किम के बयान और मिसाइल परीक्षण क्षेत्र में तनाव को और बढ़ा सकते हैं. इससे क्षेत्र में सैन्य दौड़ का खतरा और बढ़ जाता है. साथ ही परमाणु हथियारों के गलत हाथों में पड़ने या किसी दुर्घटना का भय भी बना रहता है.

इसलिए जरूरी है कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय उत्तर कोरिया के साथ बातचीत का रास्ता खोले. परमाणु निरस्त्रीकरण की दिशा में कदम उठाए जाएं और क्षेत्र में एक स्थायी शांति स्थापित करने के प्रयास किए जाएं. साथ ही उत्तर कोरिया की चिंताओं को भी दूर करने का प्रयास किया जाना चाहिए. तभी इस तनावपूर्ण माहौल को कम किया जा सकता है और पूरी दुनिया के लिए शांति का रास्ता तय किया जा सकता है.

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