इस्लामाबाद, 7 नवंबर : पाकिस्तान के अशांत उत्तरी वजीरिस्तान में सुरक्षा बलों के एक वाहन के पास सड़क किनारे लगे बम में विस्फोट होने से कम से कम चार कर्मियों की मौके पर ही मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए. यह जानकारी पाकिस्तानी सुरक्षा एजेंसियों ने गुरुवार को दी. एक अन्य घटना में, खैबर पख्तूनख्वा (केपी) प्रांत की तिराह घाटी में आतंकियों द्वारा दागा गया मोर्टार सड़क के पास गिरने से दो स्कूली बच्चों की मौत हो गई.
हालांकि अभी तक किसी भी ग्रुप ने हमलों की जिम्मेदारी नहीं ली है. लेकिन तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) क्षेत्र में पाकिस्तानी सुरक्षा बलों और कानून प्रवर्तन एजेंसियों को निशाना बना रहा है. माना जाता है कि पड़ोसी मुल्क अफगानिस्तान में तालिबान शासन की वापसी के बाद टीटीपी को नया जीवन मिला है. ग्रुप के शीर्ष कमांडरों को अफगानिस्तान की जेलों से रिहा कर दिया गया. इससे ग्रुप को पाकिस्तान के साथ सीमावर्ती क्षेत्रों में फिर से संगठित होने और पाकिस्तानी सुरक्षा एजेंसियों पर हमले करने का मौका मिल गया. यह भी पढ़ें : ”अमेरिका के साथ अपनी साझेदारी को और मजबूत करना चाहता है भारत”
इस बीच पाकिस्तानी सशस्त्र बलों ने खुफिया जानकारी आधारित अभियान (आईबीओ) चलाए. सशस्त्र बलों ने दक्षिण वजीरिस्तान के साथ-साथ अन्य पूर्व कबायली क्षेत्रों में आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाया, जिसमें दर्जनों आतंकवादी मारे गए. हालांकि अफगान तालिबान ने शांति वार्ता शुरू करने की बात कह चुका है लेकिन पाकिस्तान ने इसकी किसी भी संभावना से इनकार किया है. इसके बजाय इस्लामाबाद ने काबुल से अपील की है कि वह टीटीपी और उसके सहयोगी समूहों को सेफ ऑपरेटिंग एरिया प्रदान करना बंद कर दे.
पाकिस्तान में आतंकवादियों ने चीन के नागरिकों लल्कोलल्लल्ल, भी निशाना बनाया है. चीनी नागरिक चीन पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (सीपीईसी) से संबंधित परियोजनाओं पर काम कर रहे हैं. बीजिंग ने अपने नागरिकों पर लगातार हो रहे हमलों पर गंभीर चिंता जताई है और पाकिस्तान से देश में काम कर रहे अपने नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए तत्काल और ठोस कदम उठाने की अपील की है.