नई दिल्ली: बुधवार को करतारपुर कॉरिडोर (Kartarpur Corridor) समारोह में पाकिस्तान (Pakistan) के प्रधानमंत्री इमरान खान (PM Imran Khan) ने कश्मीर (Kashmir) का जिक्र किया, जिसके बाद भारत (India) ने इस समारोह में कश्मीर का मुद्दा उठाए जाने पर कड़ी आपत्ति जताई है. भारत ने ऐतराज जताते हुए कहा है कि यह 'अनुचित' था और उन्होंने इस पवित्र अवसर पर राजनीतिकरण करने का काम किया है. भारत ने यह भी कहा कि जम्मू एवं कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है और हमेशा रहेगा.
बता दें कि इस समारोह के दौरान इमरान खान ने कश्मीर के मुद्दे पर अपनी राय रखते हुए कहा कि कश्मीर के मुद्दे को बातचीत के जरिए हल किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि अगर भारत एक कदम आगे बढ़ाएगा तो हम दो कदम बढ़ाएंगे.
पाक पीएम इमरान खान के इस बयान के बारे में जब विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि यह काफी खेदजनक है कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने इस पवित्र अवसर का इस्तेमाल राजनीतिकरण करने के लिए किया. सिख समुदाय की लंबित मांग करतारपुर कॉरिडोर के समारोह में जम्मू एवं कश्मीर का अनुचित संदर्भ दिया गया, जोकि भारत का अभिन्न अंग है. यह भी पढ़ें: हिंदुस्तान एक कदम बढ़ाएगा तो हम दो कदम आगे बढ़ाएंगे: इमरान खान
प्रवक्ता ने कहा कि पाकिस्तान को यह याद रखना चाहिए कि वह अपनी अंतर्राष्ट्रीय प्रतिबद्धताओं को अवश्य पूरा करे और अपनी सीमाओं के अंदर हर तरह के आतंकवाद को बढ़ावा और पनाह देना बंद करे.
बता दें कि करतारपुर साहिब पाकिस्तान में रावी नदी के पार स्थित है और डेरा बाबा नानक से करीब चार किलोमीटर दूर है. सिख गुरु ने 1522 में इस गुरुद्वारे की स्थापना की थी.