एक ब्रिटिश दंपति पर अपने गोद लिए बेटे की हत्या की साजिश रचने का आरोप लगाया गया है. आरोप है कि पश्चिम लंदन के हनवेल में रहने वाले दंपति आरती धीर और कवल रायजादा ने साल 2017 में अपने 11 साल के गोद लिए बेटे को £150,000 इन्सुरेंस अमाउंट के लिए मार डाला. हालांकि दंपति आरती धीर और कवल रायजादा ने गोपाल सेजानी की हत्या से जुड़े सभी आरोपों से इनकार किया है. इस बीच ब्रिटेन के हाईकोर्ट ने भारत सरकार को हत्या की आरोपी दंपती आरती धीर और पति कवल रायजादा के प्रत्यर्पण के लिए अपील दायर करने की अनुमति दे दी है.
प्रत्यर्पण प्रक्रिया में भारतीय अधिकारियों का प्रतिनिधित्व कर रही ब्रिटेन की क्राउन प्रॉसीक्यूशन सर्विस (सीपीएस) ने बुधवार को यह जानकारी दी. याचिका पर अब अगले साल 28 जनवरी को रॉयल कोर्ट्स ऑफ जस्टिस में सुनवाई होगी.
अदालत के दस्तावेजों के अनुसार, साल 2015 में, आरती और कवल एक अनाथ को गोद लेने के लिए गुजरात के केशोद गांव गए थे. उन्होंने गोद लेने के लिए एक स्थानीय अखबार में विज्ञापन दिया. जिसके बाद वे गोपाल सेजानी से मिले. गोपाल अपनी बड़ी बहन और उसके पति के साथ रह रहा था. उन्होंने गोपाल को गोद लेने और उसे लंदन में एक बेहतर जीवन देने का फैसला किया. इसके बाद दंपति गोपाल के बिना लंदन लौट आए. उन्होंने गोपाल के लिए वीजा के कागजात की व्यवस्था की.
लंदन लौटने के बाद, दोनों ने गोपाल के नाम पर एक बीमा पॉलिसी ली, जो 10 साल बाद या गोपाल की मौत के मामले में भुगतान करेगी. इसके दो साल बाद 2017 में, गोपाल का मोटरबाइक पर दो लोगों ने अपहरण कर लिया था. उसे चाकू मारकर बेहोशी की हालत में गुजरात की एक सड़क पर छोड़ दिया गया था. उनके बहनोई, हरसुख करदानी, जिन्होंने गोपाल का बचाव करने की कोशिश की, उनपर भी हमला किया गया, जिसमें उनकी जान चली गई.
आरती और कवल को भारत सरकार के अनुरोध के बाद जून 2017 में ब्रिटेन में गिरफ्तार किया गया था. अब उन पर भारत में छह आरोप लगे हैं, जिनमें हत्या और अपहरण की साजिश शामिल है. भारतीय पुलिस ने इस हत्या के एक संदिग्ध को गिरफ्तार किया, जो दंपति का दोस्त था और लंदन में एक छात्र था. अधिकारियों ने कहा कि पहले हत्या के दो अन्य प्रयास भी गोपाल पर किए गए थे.