काबुल : दुनिया भर में मुस्लिम समाज के लोग आज ईद-ए-मिलाद-उन-नबी का जश्न मना रहे हैं. इस मौके पर हर कोई एक-दूसरे को ईद मुबारक कह रहा है, लेकिन अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में ईद-ए-मिलाद-उन-नबी का जश्न देखते-ही-देखते मातम में तब्दील हो गया. काबुल में मंगलवार को हुए एक बडे़ आतंकी हमले में 50 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है, जबकि 80 से ज्यादा लोग घायल बताए जा रहे हैं. जानकारी के मुताबिक, यहां आत्मघाती हमलावर ने भारी तादात में इकट्ठा हुए इस्लामी विद्ववानों को निशाना बनाते हुए इस आतंकी हमले को अंजाम दिया है.
इस हादसे के बाद स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता वाहिद मजरूह ने बताया कि हमले में 80 से ज्यादा लोग घायल हो गए हैं, जिनमें से 40 की हालत बेहद नाजुक बताई जा रही है. बता दें कि अभी तक इस बड़े आतंकी हमले की किसी संगठन ने जिम्मेदारी नहीं ली है.
उधर, काबुल पुलिस प्रमुख के प्रवक्ता बशीर मुजाहिद का कहना है कि भारी तादात में धार्मिक विद्वान, पैगंबर मोहम्मद का जन्मदिन मनाने के लिए एकत्र हुए थे, लेकिन दुर्भाग्यवश वे इस बड़े आतंकी हमले का शिकार हो गए. वहीं अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने इस हमले की घोर निंदा करते हुए, इसे इस्लामी मूल्यों और पैगंबर मोहम्मद के अनुयायियों पर एक बड़ा हमला बताया है. यह भी पढ़ें: काबुल में आत्मघाती बम विस्फोट, तीन की मौत, कई घायल
बता दें कि इस आतंकी हमले के शिकार हुए सभी मुस्लिम अनुयायी काबुल एयरपोर्ट के पास बने वेडिंग हॉल में पैगंबर मोहम्मद के जन्मदिवस का जश्न मनाने के लिए इकट्ठा हुए थे, जहां हमलावर सीधे हॉल में घुस आया और अंदर जाकर खुद को उड़ा दिया.