COVID-19 महामारी से भारतीय अर्थव्यवस्था कमजोर, ऋण मांग बढ़ने के आसार: रिपोर्ट

अमेरिकी ब्रोकरेज फर्म बीओएफए सिक्योरिटीज ने शुक्रवार को कहा कि वह जिन गतिविधि संकेतकों पर नजर रखती है, उनके मुताबिक भारतीय अर्थव्यवस्था ‘‘कमजोर’’ बनी हुई है. सकारात्मक पक्ष के बारे में ब्रोकरेज फर्म ने कहा कि ऋण की मांग अपने सबसे निचले स्तर पर पहुंच चुकी है, यानी यहां से अब मांग बढ़ने के आसार हैं.

रुपया (Photo Credits: Twitter/File)

अमेरिकी ब्रोकरेज फर्म बीओएफए सिक्योरिटीज ने शुक्रवार को कहा कि वह जिन गतिविधि संकेतकों पर नजर रखती है, उनके मुताबिक भारतीय अर्थव्यवस्था ‘‘कमजोर’’ बनी हुई है. सकारात्मक पक्ष के बारे में ब्रोकरेज फर्म ने कहा कि ऋण की मांग अपने सबसे निचले स्तर पर पहुंच चुकी है, यानी यहां से अब मांग बढ़ने के आसार हैं.

थोक मुद्रास्फीति में गिरावट के साथ ही वास्तविक उधारी दरें समायोजित हुई हैं. सरकार को उम्मीद है कि महामारी के चलते वित्त वर्ष 2020-2021 में जीडीपी 7.7 प्रतिशत घटेगी. ब्रोकरेज फर्म ने कहा, ‘‘बुरी खबर यह है कि हमारे बोफा भारत गतिविधि सूचकांग में जारी गिरावट हमारे नजरिए को मजबूत करती है कि अर्थव्यवस्था अभी भी कमजोर बनी हुई है.’’ यह भी पढ़े:  भारतीय अर्थव्यवस्था दीर्घावधि में ‘सबसे अधिक लचीली’ साबित हो सकती है: संयुक्त राष्ट्र

ब्रोकरेज फर्म ने कहा कि सूचकांक में नवंबर के दौरान 0.6 प्रतिशत की गिरावट हुई, जबकि अक्टूबर में यह आंकड़ा नकारात्मक 0.8 प्रतिशत और सितंबर में नकारात्मक 4.6 प्रतिशत था.

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