India-China Face-off: भारत के साथ खड़ा है अमेरिका, चीन को सुनाई खरी-खरी

9 दिसंबर को अरुणाचल प्रदेश में लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (LAC) पर भारत और चीन के सैनिकों की झड़प हुई थी. दोनों देशों के बीच हुई इस झड़प पर अमेरिका ने स्पष्ट किया कि वह भारत के साथ खड़ा है.

US State Department spokesperson Ned Price (Photo Credit: Twitter/@IANS)

India-China Face-off: 9 दिसंबर को अरुणाचल प्रदेश में लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (LAC) पर भारत और चीन के सैनिकों की झड़प हुई थी. दोनों देशों के बीच हुई इस झड़प पर अमेरिका ने स्पष्ट किया कि वह भारत के साथ खड़ा है. अमेरिका ने कहा कि वह क्षेत्रीय दावों को आगे बढ़ाने के किसी भी एकतरफा प्रयास का "दृढ़ता से विरोध" करता है. अमेरिका ने कहा कि वह अरुणाचल में भारत और चीन के आतंकवादियों के बीच संघर्ष के बाद वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के साथ स्थिति की "बारीकी से" निगरानी कर रहा है. राजनाथ सिंह बोले- चीनी अतिक्रमण प्रयास का सेना ने दृढ़ता से जवाब दिया, हमारा कोई जवान गंभीर रूप से घायल नहीं.

अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता नेड प्राइस ने दैनिक ब्रीफिंग में संवाददाताओं से कहा कि अमेरिका अपने भारतीय "साझेदारों" के साथ "निकट संपर्क" में है. प्राइस ने कहा, "हमें यह सुनकर खुशी हुई कि दोनों पक्ष झड़पों से जल्द ही अलग हो गए."

व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव काराइन जीन-पियरे ने भी इसी तरह की भावना व्यक्त की. उन्होंने कहा, "हमें यह सुनकर खुशी हुई कि दोनों पक्ष झड़पों से जल्दी से अलग हो गए हैं," उन्होंने कहा, "हम स्थिति की बारीकी से निगरानी कर रहे हैं. हम विवादित सीमाओं पर चर्चा करने के लिए भारत और चीन को मौजूदा द्विपक्षीय चैनलों का उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं."

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने मंगलवार को भारत के अरुणाचल प्रदेश में भारत-चीन सीमा पर दोनों देशों के सैनिकों के बीच झड़प की खबरों के बाद तनाव कम करने की अपील की. उनके प्रवक्ता स्टीफन गुटेरेस ने कहा, "हम यह सुनिश्चित करने के लिए डी-एस्केलेशन का आह्वान करते हैं कि उस क्षेत्र में सीमा पर तनाव न बढ़े."

भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि शुक्रवार को अरुणाचल प्रदेश में तवांग सेक्टर के यांग्त्से इलाके में दोनों देशों की सेनाओं के बीच हाथापाई हुई. उन्होंने कहा कि दोनों पक्षों को मामूली चोटें आईं और भारतीय सैनिकों ने चीन की घुसपैठ का मुंहतोड़ जवाब दिया.

उन्होंने कहा कि क्षेत्र में दोनों देशों के सैन्य कमांडरों ने रविवार को मुलाकात की और इस मामले को राजनयिक माध्यमों से चीन के समक्ष भी उठाया गया है.

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