यें है विश्व के सबसे भ्रष्ट नेता, जिन्होंने अपने देश को लगाया अरबों रूपये का चूना
यें है विश्व के भ्रष्ट नेता, जिनपर लगा अरबों रूपये गमन करने का आरोप
भ्रष्टाचार किसी भी देश की अर्थव्यवस्था को दीमक की तरह अन्दर से खोखला बनाता है. भ्रष्टाचार केवल भारत की ही समस्या नहीं बल्कि वास्तव में एक वैश्विक मुद्दा है. विश्व बैंक के अनुसार दुनिया में हर साल लगभग खरबों रुपए की रिश्वत दी जाती है. इसी कड़ी में आज हम बात करेंगे कुछ ऐसे विश्व नेताओं की जिन्होंने अरबों रूपये का गमन किया.
नवाज शरीफ:
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के खिलाफ पनामा पेपर्स केस समेत कई भ्रष्टाचार के मामलों में मुकदमें दर्ज हैं. पाक की सर्वोच्च न्यायालय ने नवाज शरीफ को आजीवन अयोग्य करार दिया है. नवाज शरीफ पर 418 मिलियन डॉलर गमन का आरोप है.
लुइज इंसियो लूला दा सिल्वा:
ब्राजील के पूर्व राष्ट्रपति लूला को भ्रष्टाचार के मामलें में दोषी पाया गया था और 2017 में साढ़े नौ साल के जेल की सजा सुनाई गई थी. लूला सरकारी अनुबंधों में कंपनियों का पक्ष लेने के एवज में एक अपार्टमेंट लेने का आरोप है.
सिगमुडुर डेवियो गुनलॉगसन:
पनामा पेपर्स के खुलासे में नाम आने के बाद आइसलैंड प्रधानमंत्री सिगमुडुर डेवियो गुनलॉगसन को अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा था. गुनलॉगसन पर कर पनाहगाह ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड में कपंनी बनाने का आरोप है. उन्हें पद से हटाने के लिए ऑनलाइन हस्ताक्षर अभियान भी चलाया गया था. वर्ष 2008 के वित्तीय संकट के दौरान आइसलैंड के कई बैंक, शेयर बाजार पूरी तरह से ढह गए थे.
पार्क ग्युन-हे:
दक्षिण कोरिया की पूर्व राष्ट्रपति पार्क ग्युन-हे को भ्रष्टाचार के मामले में 24 साल जेल की सजा हुई है. दक्षिण कोरिया की पहली महिला राष्ट्रपति पार्क को 2.17 करोड़ डॉलर रिश्वत लेने और सत्ता के दुरुपयोग संबंधी कई आपराधिक मामलों में दोषी पाया गया था.
सिल्वियो बर्लुस्कोनी:
चार बार इटली के प्रधानमंत्री रहे सिल्वियो बर्लुस्कोनी को पिछले साल टैक्स चोरी और नाबालिग प्रॉस्टिट्यूटस के साथ सेक्स संबंधों के मामले में आरोपी पाया गया और सजा भी सुनाई गयी. नतीजा ये हुआ कि लंबे अर्से से उनसे उनकी प्रधानमंत्री की गद्दी छिन गयी. बर्लुस्कोनी पर पैसे के हेर फेर के भी आरोप हैं.