जिम्बाब्वे के सबसे बड़े गेम रिजर्व ह्वांगे नेशनल पार्क में सूखे से 100 हाथियों की मौत
अंतरराष्ट्रीय पशु कल्याण और संरक्षण समूह ने कहा कि जिम्बाब्वे के सबसे बड़े गेम रिजर्व ह्वांगे नेशनल पार्क में अल नीनो के कारण पड़े सूखे से कम से कम 100 हाथियों की मौत हो गई है.
हरारे, 12 दिसंबर : अंतरराष्ट्रीय पशु कल्याण और संरक्षण समूह ने कहा कि जिम्बाब्वे के सबसे बड़े गेम रिजर्व ह्वांगे नेशनल पार्क में अल नीनो के कारण पड़े सूखे से कम से कम 100 हाथियों की मौत हो गई है. इंटरनेशनल फंड फॉर एनिमल वेलफेयर (आईएफएडब्ल्यू) ने बयान में कहा, ''अल नीनो के कारण गर्मियों में बारिश पांच सप्ताह देर से हो रही है क्योंकि जिम्बाब्वे के सबसे बड़े संरक्षित क्षेत्र ह्वांगे नेशनल पार्क में दर्जनों हाथियों की पहले ही मौत हो चुकी है, जो लगभग 45,000 हाथियों का घर है.''
समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने आईएफएडब्ल्यू के हवाले से कहा, "पानी की कमी के कारण कम से कम 100 हाथियों के मरने की खबर है." संगठन ने कहा कि पार्क में 104 सौर ऊर्जा संचालित बोरहोल अधिक तापमान से निपटने के लिए अपर्याप्त हैं, जिससे मौजूदा वॉटरहोल सूख रहे हैं. वन्यजीवों को भोजन और पानी की तलाश में लंबी दूरी तक चलने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है. यह भी पढ़ें : भारत और पाकिस्तान को कश्मीर मुद्दा संवाद से सुलझाना चाहिए : चीन
आईएफएडब्ल्यू ने कहा कि हाथी जैसे पानी पर निर्भर स्तनधारी सबसे अधिक प्रभावित हैं और अगर जल्द ही बारिश नहीं हुई तो इन्हें और अन्य वन्यजीव प्रजातियों को संकट का सामना करना पड़ेगा. आईएफएडब्ल्यू के अनुसार, 2019 में जिम्बाब्वे में सूखे से 200 से अधिक हाथियों की मौत हो गई. यह घटना बार-बार हो रही है. आईएफएडब्ल्यू ने कहा कि जिम्बाब्वे में हाथियों की मौत को जलवायु परिवर्तन के कारण क्षेत्र के प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण को प्रभावित करने वाली गहरी और जटिल चुनौतियों के लक्षण के रूप में देखा जाना चाहिए.