BYJU के लिए वर्ष 2023 भी खराब रहने का अनुमान, कम नहीं हो रही समस्याएं
जैसे-जैसे नया साल करीब आ रहा है, एडटेक प्लेटफॉर्म समस्याओं के कारणों से सुर्खियां बटोर रहे हैं- भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम में छंटनी से लेकर कई वर्टिकल को बंद करने तक- और सूची में सबसे ऊपर बायजू है, चाहे वह कर्मचारियों को बर्खास्त करना हो या कथित तौर पर काम करने का कठोर और 'अपमानजनक' कल्चर और अब 'कार्यशील पूंजी संकट', इसके अलावा उधारदाताओं ने एडटेक यूनिकॉर्न से 1.2 बिलियन डॉलर ऋण चुकाने के लिए भी कहा है.
नई दिल्ली, 16 दिसम्बर : जैसे-जैसे नया साल करीब आ रहा है, एडटेक प्लेटफॉर्म समस्याओं के कारणों से सुर्खियां बटोर रहे हैं- भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम में छंटनी से लेकर कई वर्टिकल को बंद करने तक- और सूची में सबसे ऊपर बायजू है, चाहे वह कर्मचारियों को बर्खास्त करना हो या कथित तौर पर काम करने का कठोर और 'अपमानजनक' कल्चर और अब 'कार्यशील पूंजी संकट', इसके अलावा उधारदाताओं ने एडटेक यूनिकॉर्न से 1.2 बिलियन डॉलर ऋण चुकाने के लिए भी कहा है.
नई रिपोर्टें सामने आई हैं कि बायजू ने अपने पिछले बाजार मूल्य में 22 बिलियन डॉलर की गिरावट देखी है, बायजू ने अपने कई वेंडरों (विक्रेताओं) को महीनों से भुगतान नहीं किया है. मॉनिर्ंग कॉन्टेक्स्ट के अनुसार, कुछ भुगतान मार्च से बकाया हैं और उनकी निकासी में समस्या है. आठ महीनों से अक्टूबर 2022 तक, विक्रेताओं का संचयी बकाया 90 करोड़ रुपये को पार कर गया है. यह भी पढ़ें : Instagram New Feature: हैक किए गए यूजर्स का अकाउंट फिर से हासिल करने में मदद करेगा इंस्टाग्राम
संपर्क करने पर बायजू ने इस रिपोर्ट पर कोई टिप्पणी नहीं की. एडटेक प्रमुख के कुछ कर्मचारियों ने कथित तौर पर कंपनी में प्रबंधकों द्वारा काम की परिस्थितियों और 'दुर्व्यवहार' के बारे में शिकायत की, इसके अलावा माता-पिता और ग्राहकों की कई शिकायतें सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म और ऑनलाइन मंचों पर इसकी बिक्री टीमों द्वारा शोषण और धोखा दिए जाने के बारे में भी हैं.
बायजू के खिलाफ ऐसी शिकायतें अतीत में भी रही हैं, भारत 'हाइब्रिड नॉर्मल' के बीच फिर से खुल गया और स्कूल और कॉलेज इस साल की शुरूआत में सामान्य तौर पर चलने लगे जिससे एडटेक प्लेटफॉर्म ऑनलाइन सीखने की मांग में बड़ी गिरावट देखने को मिली. बायजू ने मार्च 2023 तक 2,500 कर्मचारियों यानी अपने कर्मचारियों के 5 प्रतिशत को नौकरी से निकालने का फैसला लिया है.
अनुमान बताते हैं कि एडटेक क्षेत्र में बायजू समेत अनएकेडमी, वेदांतु, लीडो लनिर्ंग, फ्रंटरो, ब्रेनली और अन्य कंपनियों में 7,000 से अधिक छंटनी देखी गई है. बायजू के लिए नई मुसीबत में, कुछ उधारदाताओं ने एडटेक यूनिकॉर्न से 1.2 बिलियन डॉलर के ऋण का हिस्सा चुकाने के लिए कहा है. सूत्रों ने आईएएनएस को बताया कि ऋण की शर्तों पर फिर से बातचीत करना, तेजी से पुनर्भुगतान सहित स्वीकार किए जाने की संभावना नहीं है, क्योंकि यह ऋणदाता अल्पमत बनाते हैं और पहले से सहमत शर्तों को प्रभावित नहीं कर सकते.
लेनदारों की मांग ऐसे समय में आई है जब बायजू बढ़ते घाटे के बीच ऋण के पुनर्गठन की प्रक्रिया में है. सूत्रों ने आईएएनएस को बताया कि कम से कम 51 फीसदी कर्जदाताओं को कर्ज चुकाने सहित कर्ज के नए नियमों और शर्तों से सहमत होना होगा. यदि यह शर्त पूरी नहीं होती है, तो इतना बड़ा ऋण जारी नहीं किया जा सकता है और यह किसी भी सावधि ऋण मुद्दे में मानक खंड है.
एडटेक प्रमुख के करीबी एक व्यक्ति के अनुसार, इसके अलावा मूल रूप से सहमत ऋण चुकौती शर्तों को पूरा किया जाएगा. एडटेक यूनिकॉर्न ने 31 मार्च, 2021 को समाप्त हुए वित्तीय वर्ष के लिए 4,588 करोड़ रुपये के नुकसान की सूचना दी. 2020-21 के वित्तीय वर्ष में घाटा 2019-20 में 231.69 करोड़ रुपये से बढ़ गया, जबकि वित्त वर्ष 21 के दौरान राजस्व वित्त वर्ष 2020 में 2,511 करोड़ रुपये से घटकर 2,428 करोड़ रुपये रह गया.
कंपनी के अनुसार, मुख्य रूप से व्हाइटहैट जूनियर से होने वाले कुछ राजस्व और नुकसान को टालने के कारण वित्त वर्ष 2021 में घाटा बढ़ गया. पिछले महीने, वैश्विक निवेश समूह प्रोसस ने बायजू में अपनी 9.67 प्रतिशत हिस्सेदारी का उचित मूल्य 578 मिलियन डॉलर रखा, जो तकनीकी रूप से एडटेक प्रमुख का वर्तमान मूल्यांकन लगभग 6 बिलियन डॉलर रखता है- अंतिम मूल्य 22 बिलियन डॉलर.
अपने सितंबर तिमाही के नतीजों में, प्रॉसस ने बायजू को एक सहयोगी के बजाय एक गैर-नियंत्रित वित्तीय निवेश के रूप में वगीर्कृत किया, क्योंकि इसकी शेयरधारिता 10 प्रतिशत से नीचे गिर गई थी. छह 'तनावपूर्ण और कठिन महीनों' के बाद, इसने लगभग 18 महीनों के लिए वित्त वर्ष 21 की वित्तीय रिपोर्ट में देरी की, सरकार की जांच और जनता से गंभीर सवालों को आमंत्रित करते किया, बायजू रवींद्रन ने आखिरकार सितंबर में आईएएनएस को बताया कि 'बुरा समय बीत चुका है' और कंपनी के वित्त वर्ष 22 वित्तीय परिणामों में 'आगे विकास' देखा जा रहा है.
एडटेक प्रमुख ने वित्त वर्ष 22 में लगभग 10,000 करोड़ रुपये का सकल राजस्व देखा. पिछले साल, वह अधिग्रहण की होड़ में चला गया. एडटेक यूनिकॉर्न ने लगभग 2.5 बिलियन डॉलर के संचयी लेनदेन मूल्य के लिए कम से कम 10 अधिग्रहण किए - जिसमें दिल्ली स्थित ऑफलाइन परीक्षण तैयारी सेवा प्रदाता आकाश शामिल है, जो 950 मिलियन डॉलर से अधिक का है. रवींद्रन ने कहा कि संकटग्रस्त कोडिंग प्लेटफॉर्म बायजू द्वारा 300 मिलियन डॉलर में अधिग्रहित व्हाइटहैट जूनियर जैसे घाटे वाले अधिग्रहण को अब समेकित किया जा रहा है.
हालांकि, अगर हम बड़ी तस्वीर देखें, तो बायजू को 2023 में एक और लिटमस टेस्ट का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि देश में एडटेक का बुलबुला लगता है फट गया है. ऑनलाइन शिक्षा के क्षेत्र में बायजू सुपर-मजबूत हेडविंड से कितनी दूर तक बच सकता है? हमें समय शीघ्र ही बताएगा.