Rare Celestial Conjunction: शनि के बाद आज बृहस्पति से दुर्लभ खगोलीय युति बनाएगा चंद्रमा, जानें इस अद्भुत आकाशीय घटना के बारे में

क्रिसमस स्टार या महान संयोग, जब सौर मंडल के दो सबसे बड़े ग्रह बृहस्पति और शनि दिसंबर में एक-दूसरे के सबसे करीब दिखाई दिए थे, उस अद्भुत खगोलीय घटना के बाद चंद्रमा की शनि के साथ युति देखने को मिली और आज चंद्रमा बृहस्पति से दुर्लभ खगोलीय युति बनाएगा.

प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credits: Pixabay)

Rare Celestial Conjunction: क्रिसमस स्टार (Christmas Star) या महान संयोग (Great Conjunction), जब सौर मंडल (Solar System) के दो सबसे बड़े ग्रह बृहस्पति (Jupiter) और शनि (Saturn) दिसंबर में एक-दूसरे के सबसे करीब दिखाई दिए थे, उस अद्भुत खगोलीय घटना के बाद चंद्रमा की शनि के साथ युति देखने को मिली और आज चंद्रमा बृहस्पति (Jupiter) से दुर्लभ खगोलीय युति (Rare Celestial Conjunction) बनाएगा. दरअसल, कंजंक्शन (Conjunction) शब्द लैटिन भाषा के शब्द से बना है, जिसका अर्थ होता है जुड़ना. इसे एक घटना के रूप में संदर्भित किया जाता है, जब दो या दो से अधिक वस्तुएं आसमान में एक-दूसरे के करीब आती हैं या एक-दूसरे के करीब दिखाई देती हैं.

इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट के अनुसार, बीती रात पहली युति के दौरान चंद्रमा और शनि एक-दूसरे के साथ सरेखित यानी युति में नजर आए. इस दौरान चंद्रमा रिंग वाले ग्रह के दक्षिण में तीन डिग्री 45 इंच की दूरी पर रहा. खगोलविदों के अनुसार, इस घटना को दूरबीन से देखा जा सका. इस युति के बाद आज बृहस्पति मध्यरात्रि के बाद पूर्व-उत्तर-पूर्व आकाश में चंद्रमा के बगल में दिखाई देगा. यह भी पढ़ें: Winter Solstice Great Conjunction 2020 Live Streaming: आज रात क्रिसमस स्टार की तरह दिखेंगे बृहस्पति और शनि, यहां देखें लाइव

क्रिसमस 2020 से ठीक पहले सौर मंडल के दो ग्रहों को करीब आते देखने का पिछले साल एक दुर्लभ अवसर मिला था. दिल्ली में जवाहरलाल नेहरू तारामंडल ने पंजीकरण के आधार पर जनता के लिए आकाशीय घटना को देखने की व्यवस्था की थी. स्काईवॉच इवेंट 20 दिसंबर को शुरु हुआ और 22 दिसंबर तक चला, जिससे लोगों को सामाजिक दूरी और अन्य कोविड-19 मानदंडों का पालन करते हुए कंजंक्शन को देखने का मौका मिला. इस खगोलीय घटना को ऑनलाइन भी प्रसारित किया गया था.

खगोलविदों के अनुसार, रात के आकाश में चक्राकार ग्रह केवल 0.2 की चमक के साथ मंद दिखाई देगा, लेकिन इसे चंद्रमा के निकट एक धब्बे के रूप में देखा जा सकता है और अगर आपके पास दूरबीन है तो यह सिस्टम का बेहतर दृश्य प्रदान करेगा. 18 सितंबर को सौर मंडल का सबसे बड़ा ग्रह चंद्रमा के करीब से गुजरेगा, जिससे अगली खगोलीय घटना की शुरुआत होगी. आधी रात के बाद बृहस्पति चंद्रमा के पास पूर्व-उत्तर पूर्व आकाश में दिखाई देगा. रात भर चंद्रमा और बृहस्पति एक-दूसरे के करीब होंगे. बृहस्पति हाल ही में एक बड़े प्रभाव की घटना के कारण चर्चा में था, इसलिए अगर आपके पास एक मजबूत दूरबीन है तो आप इस खगोलीय घटना को देख सकते हैं.

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