Mars-Jupiter Conjunction: 14 अगस्त को आकाश में दिखाई देगी दुर्लभ खगोलीय घटना, यहां जानें कैसे और कब देखें यह नजारा

भारत के स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर, एक दुर्लभ खगोलीय घटना आसमान को दिखाई देगी, जो मंगल और बृहस्पति के बीच एक संयोग है. नासा के अनुसार, इस दुर्लभ संरेखण में दोनों ग्रह एक-दूसरे से सिर्फ़ एक तिहाई डिग्री की दूरी पर दिखाई देंगे, जो पूर्णिमा की चौड़ाई से भी कम है.

Mars-Jupiter Conjunction: भारत के स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर, एक दुर्लभ खगोलीय घटना आसमान को दिखाई देगी, जो मंगल और बृहस्पति के बीच एक संयोग है. नासा के अनुसार, इस दुर्लभ संरेखण में दोनों ग्रह एक-दूसरे से सिर्फ़ एक तिहाई डिग्री की दूरी पर दिखाई देंगे, जो पूर्णिमा की चौड़ाई से भी कम है. यह सितारों और खगोलविदों के लिए एक शानदार दृश्य बन जाएगा. यह संयोग विशेष रूप से इसलिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह 14 अगस्त को भारत के स्वतंत्रता दिवस समारोह के साथ मेल खाता है. इस आर्टिकल में हम तिथि, संयोग का अर्थ, दृश्य सुझाव और अन्य विवरणों पर विस्तार से चर्चा करेंगे.

मंगल-बृहस्पति संयोजन तिथि और समय

एक दुर्लभ खगोलीय घटना, मंगल-बृहस्पति संयोजन, 14 अगस्त को आकाश में दिखाई देगी. नासा के अनुसार, दोनों ग्रह एक-दूसरे से एक-तिहाई डिग्री की दूरी पर दिखाई देंगे, और आप इस घटना को भोर से ठीक पहले देख सकते हैं.

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ग्रहों का संयोग क्या है?

संयोग तब होता है, जब पृथ्वी पर हमारे दृष्टिकोण से आकाश में दो खगोलीय पिंड एक दूसरे के निकट दिखाई देते हैं. इस मामले में, बृहस्पति और मंगल इस तरह से संरेखित होंगे कि वे असाधारण रूप से करीब दिखाई देंगे, जिससे एक अद्भुत दृश्य घटना बनेगी. जबकि ग्रह अभी भी अंतरिक्ष में लाखों किलोमीटर दूर हैं.

मंगल-बृहस्पति संयोजन देखने के लिए सुझाव

नासा के अनुसार, इस घटना के दौरान बृहस्पति और मंगल दोनों को नंगी आंखों से आसानी से देखा जा सकेगा. बृहस्पति चमकेगा, जबकि मंगल अपनी विशिष्ट लालिमा दिखाएगा. ग्रह वृषभ राशि की पृष्ठभूमि में स्थित होंगे. खगोलविदों और फोटोग्राफी के शौकीन लोगों के लिए इस दुर्लभ क्षण को कैद करना का एक बेहतरीन मौका रहेगा. इस खगोलीय घटना को देखने के लिए आप नीचे दिए गए चरणों का पालन कर सकते हैं.

तिथि और समय: 14 अगस्त, 2024 की रात को अपने कैलेंडर पर निशान लगाए. इस शानदार संरेखण को देखने के लिए, खगोलविद सूर्योदय से ठीक पहले पूर्वी आकाश की ओर देखने का सुझाव देते हैं. जैसे-जैसे मंगल बृहस्पति के करीब आएगा, ग्रहों के बीच का अंतर चौंकाने वाला होगा, हमारे सौर मंडल का सबसे बड़ा ग्रह बृहस्पति, मंगल से काफी अधिक चमकीला होगा.

स्थान: पश्चिमी क्षितिज स्पष्ट दृश्य वाला स्थान खोजें. बेहतरीन अनुभव पाने लिए भारी प्रकाश प्रदूषण वाले क्षेत्रों, जैसे कि शहरों में जाने से बचें.

उपकरण: इस संयोजन को नंगी आंखों से देखा जा सकता है, लेकिन दूरबीन या छोटे टेलिस्कोप का उपयोग करने से यह और शानदार दिखेगा, जिससे आप ग्रहों को अधिक विस्तार से देख सकेंगे.

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यह संयोग फोटोग्राफी के शौकीन लोगों और खगोलविदों के लिए मूल्यवान हैं, जो ग्रहों को करीब से देखने का अवसर प्रदान करते हैं. ऐतिहासिक रूप से, इसी तरह के ग्रहों के संरेखण ने अक्सर सांस्कृतिक या ज्योतिषीय महत्व रखा है.

भारत अपने स्वतंत्रता दिवस का जश्न मना रहा है, बृहस्पति और मंगल का संयोग उत्सव में एक ब्रह्मांडीय आयाम जोड़ता है. यह घटना ब्रह्मांड के चमत्कारों और उसमें हमारे स्थान की याद दिलाती है. चाहे आप एक अनुभवी खगोलशास्त्री हों या एक साधारण आकाशदर्शी, यह दुर्लभ संयोग एक ऐसी घटना है, जिसे मिस नहीं किया जाना चाहिए.

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