Google पर भड़की मोदी सरकार! कहा- इसकी इजाजत गूगल को नहीं है, टेक कंपनियों की बुलाई बैठक
भारत सरकार ने भी गूगल को भारतीय ऐप हटाने की इजाजत नहीं देने की बात कही है. इस मामले को लेकर अगले हफ्ते एक बैठक बुलाई गई है, जिसमें टेक कंपनियों और स्टार्टअप्स को शामिल किया जाएगा.
गूगल प्ले स्टोर से 10 भारतीय ऐप को हटाए जाने के बाद नया विवाद खड़ा हो गया है. जिन कंपनियों के ऐप हटाए गए हैं, उन्होंने इसे गूगल की तानाशाही बताया है. अब भारत सरकार ने भी गूगल को भारतीय ऐप हटाने की इजाजत नहीं देने की बात कही है. इस मामले को लेकर अगले हफ्ते एक बैठक बुलाई गई है, जिसमें टेक कंपनियों और स्टार्टअप्स को शामिल किया जाएगा.
गूगल प्ले स्टोर से हटाए गए ऐप्स-
- Bharatmatrimony - dating/ matchmaking application
- Truly Madly - dating/ matchmaking application
- Quack quack - dating site
- Stage - OTT platform
- Kuku FM - OTT podcast application
Google द्वारा हटाए गए 3 ऐप्स अब Playstore पर वापस आ गए हैं-
- Jeevansathi.com - dating/ matchmaking application
- 99 acres - property trading site
- Naukri.com - Job recruitment site
आईटी और दूरसंचार मंत्री अश्विनी वैष्णव ने पीटीआई को दिए इंटरव्यू में कहा कि स्टार्टअप इकोसिस्टम भारतीय अर्थव्यवस्था का अहम हिस्सा है और उनके भविष्य का फैसला किसी बड़ी टेक कंपनी पर नहीं छोड़ा जा सकता.
वैष्णव ने आगे कहा कि भारत की नीति बहुत स्पष्ट है. हमारे स्टार्टअप्स को वो सुरक्षा मिलेगी, जिसकी उन्हें जरूरत है. उन्होंने कहा कि सरकार अगले हफ्ते गूगल और ऐप डेवलपर्स के साथ बैठक करेगी और इस मामले को सुलझाया जाएगा.
वैष्णव ने कहा, "मैंने पहले ही गूगल को फोन कर लिया है. जिन ऐप डेवलपर्स को हटाया गया है, उन्हें भी बुला लिया है. हम अगले हफ्ते उनसे मिलेंगे. इस तरह की मनमानी नहीं चल सकती. ऐप हटाना मंजूर नहीं किया जा सकता."
बता दें कि गूगल ने प्ले स्टोर से 10 लोकप्रिय भारतीय ऐप हटा दिए हैं. गूगल ने ये कार्रवाई बिलिंग पॉलिसी को लेकर की है. गूगल का कहना है कि ये ऐप बिलिंग पॉलिसी को मानने को तैयार नहीं हैं और चेतावनी के बाद भी मनमानी कर रहे हैं.