नई दिल्ली, 28 जनवरी: हाट्सएप की नई गोपनीयता नीति का भारत में विरोध जताए जाने के बीच फेसबुक के सीईओ मार्क जुकरबर्ग (Mark Zuckerberg) ने इसका समर्थन किया है. उन्होंने कहा है कि इस अपडेट में अपने परिवार या दोस्तों के साथ किसी के भी मैसेज की प्राइवेसी को नहीं छेड़ा जाएगा. व्हाट्सएप की नई प्राइवेसी पॉलिसी पर 15 मई तक रोक लगा दी गई है, जिसका मकसद अपनी पेरेंट कंपनी फेसबुक के साथ कमर्शियल यूजर्स के डेटा को साझा करना था. भारत सरकार ने भी इस नीति को वापस लेने के लिए व्हाट्सएप के सीईओ विल कैथार्क को पत्र लिखा था.
बुधवार को विश्लेषकों के साथ एक तिमाही अर्निग्स कॉल में जुकरबर्ग ने कहा कि कंपनी ने डेट को थोड़ा पीछे कर लिया है ताकि लोग इस अपडेट के बारे में पूरी तरह से समझ सकें. जुकरबर्ग ने कहा, "ये सारे मैसेजेस एंड-टू-एंड एन्क्रिप्टेड होते हैं यानि कि आप क्या कहते हैं, उसे न ही हम देख सकते हैं और न ही सुन सकते हैं और न ही हम कभी ऐसा कर पाएंगे और ऐसा तब तक होगा जब तक कि आपने जिस इंसान को मैसेज भेजा है, उसने खुद न शेयर करना चाहा हो और अगर कोई बिजनेस ऐसा करना चाहता है तो ऐसे मैसेजेस को केवल हमारे इंफ्रास्ट्रक्च र द्वारा ही होस्ट किया जाएगा."
व्हाट्सएप बिजनेस अकाउंट पर हर दिन 17.5 करोड़ से अधिक लोग मैसेज करते हैं. जुकरबर्ग ने आगे कहा, "हम ऐसे बिजनेस टूल्स का विकास कर रहे हैं, जिसमें हमारे सुरक्षित होस्टिंग इंफ्रास्ट्रक्च र का उपयोग कर बिजनेस स्टोर अपने व्हाट्सएप चैट को मैनेज कर पाएंगे और ऐसा उनकी मर्जी से ही होगा और इन वैकल्पिक अनुभवों को प्रदर्शित करने के लिए सेवा के मद्देनजर व्हाट्सएप की प्राइवेसी पॉलिसी को अपडेट करने की हमारी प्रक्रिया जारी है."