Twitter Free Speech: एलन मस्क ट्विटर को बनाएंगे फ्री स्पीच का अड्डा! भारत ने दी चेतावनी, नियम की नहीं कर सकते अनदेखी
नए सोशल मीडिया नियमों का पालन करने को लेकर ट्विटर का भारत सरकार के साथ पिछले साल काफी विवाद रहा था. रविशंकर प्रसाद का अकाउंट जब ब्लॉक हुआ था तो यह विवाद चरम पर था.
नई दिल्ली: टेस्ला के मालिक और दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति एलन मस्क (Elon Musk) ने ट्विटर खरीद (Twitter) लिया है. 44 अरब डॉलर की राशि देकर उन्होंने ये डील फाइनल की है. एलन मस्क ट्विटर को फ्री स्पीच (Twitter Free Speech) का बड़ा प्लेटफॉर्म बनाना चाहते हैं. इसके लिए वह मानवता के भविष्य की दुहाई भी दे चुके हैं. ट्विटर खरीदने के बाद भी उन्होंने पहले ट्वीट में फ्री स्पीच को लोकतंत्र की आधारशिला बताते हुए कई बदलाव करने की बात कही. पता नहीं किस दिशा में जाएगी ट्विटर: सीईओ पराग अग्रवाल, एलन मस्क के सोशल मीडिया मंच को खरीदने के बाद
यानि आने वाले समय में कोई भी ट्विटर पर अपनी बात खुलकर रख सकेगा. लेकिन मस्क के लिए ये सब करना आसान नहीं होने वाला है. यूरोपीय यूनियन (European Union) ने तो एलन मस्क को चेतावनी देते हुए कहा कि ट्विटर का मालिक चाहे कोई भी हो, उसे स्थानीय नियमों का पालन करना ही होगा. ट्विटर ने अगर ऐसा नहीं किया तो देश में जुर्माना और यहां तक कि बैन भी झेलना पड़ सकता है. मतलब ये कि मस्क को ट्विटर पर कथित आपत्तिजनक कंटेंट, हेट स्पीच और उत्पीड़न जैसी चीजों की रोकथाम के लिए बनाए गए नियमों का पालन करना होगा.
भारत सरकार (India on Elon Musk) ने पहली प्रतिक्रिया में साफ कर दिया है कि ट्विटर को भारत में सोशल मीडिया के लिए बनाए गए नियमों में कोई छूट नहीं मिलेगी. केंद्रीय आईटी राज्यमंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा, “मैं एलन मस्क को शुभकामनाएं देता हूं, लेकिन भारत में काम करने वाली सभी मध्यस्थ कंपनियों को लेकर जवाबदेही, सुरक्षा और विश्वास के हमारे लक्ष्य और अपेक्षाओं में कोई बदलाव नहीं हुआ है. उन्हें कानूनी नियम को मानना पड़ेगा ”
नए सोशल मीडिया नियमों का पालन करने को लेकर ट्विटर का भारत सरकार के साथ पिछले साल काफी विवाद रहा था. रविशंकर प्रसाद का अकाउंट जब ब्लॉक हुआ था तो यह विवाद चरम पर था. जानबूझकर नियमों को न मानने और देश के नए आईटी नियमों का पालन करने में विफल रहने के कारण सरकार ने ट्विटर को फटकार भी लगाई थी.
अरबपति कारोबारी एलन मस्क (Elon Musk) द्वारा ट्विटर को खरीदने के बाद कंपनी के सीईओ पराग अग्रवाल ने चिंतित कर्मचारियों से कहा कि उन्हें नहीं पता कि 44 अरब डॉलर के बड़े सौदे के बाद यह कंपनी किस दिशा में जाएगी. अब ट्विटर के कर्मचारियों के भाग्य पर अनिश्चितता छाई हुई है, जिन्होंने मस्क द्वारा अधिग्रहण के मद्देनजर छंटनी की आशंका जताई थी.