नई दिल्ली: भारत (India) के शीर्ष पहलवानों द्वारा हरिद्वार (Haridwar) में गंगा नदी में अपने पदक (Medals) बहाने की धमकी के एक दिन बाद केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर (Anurag Thakur) ने बुधवार को कहा कि पहलवानों को आरोपों की जांच पूरी होने तक इंतजार करना चाहिए. महिला रेसलर्स ने भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के निवर्तमान अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह (Brijbhushan Sharan Singh) के खिलाफ यौन उत्पीड़न (Sexual Harassment) का आरोप लगाया है. पत्रकारों से बात करते हुए, ठाकुर ने कहा, मैं पहलवानों से जांच के परिणाम तक धैर्य रखने का आग्रह करता हूं. उन्हें (पहलवानों को) ऐसा कोई कदम नहीं उठाना चाहिए जिससे खेल या खिलाड़ी का नुकसान हो. हम सभी खेल और खिलाड़ी के पक्ष में हैं.
उनकी टिप्पणी हरिद्वार में हुई नाटकीय घटनाओं के एक दिन बाद आई, जहां बजरंग पुनिया, साक्षी मलिक और विनेश फोगट सहित प्रदर्शनकारी पहलवान अपने सभी पदक गंगा में बहाने पहुंचे थे, लेकिन खाप और किसान नेताओं के हस्तक्षेप के बाद वे पांच दिनों तक रुकने को तैयार हो गए. IND vs AUS, WTC Final 2023: ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ कुछ ऐसा हैं अजिंक्य रहाणे का टेस्ट में रिकॉर्ड, देखें दिलचस्प आंकड़े
पहलवान बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं, जिस पर कई महिला पहलवानों ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है. इस बीच, एक रैली को संबोधित करते हुए डब्ल्यूएफआई प्रमुख ने कहा कि दोषी साबित होने पर वह फांसी पर चढ़ने को तैयार हैं.
बृजभूषण सिंह ने कहा, अगर मेरे खिलाफ एक भी आरोप साबित होता है, तो मैं खुद को फांसी लगा लूंगा. अगर आपके (पहलवानों) पास कोई सबूत है, तो उसे अदालत में पेश करें और मैं कोई भी सजा स्वीकार करने के लिए तैयार हूं.