2018 FIFA WORLD CUP: कप्तान बनेटिया के नेतृत्व में मोरक्को 20 साल बाद वापसी के लिए तैयार
मोरक्को 20 साल बाद कप्तान मेधी बनेटिया के नेतृत्व में 14 जून से रूस में शुरू होने वाले फीफा विश्व कप में वापसी करने के लिए तैयार है.
नई दिल्ली: मोरक्को 20 साल बाद कप्तान मेधी बनेटिया के नेतृत्व में 14 जून से रूस में शुरू होने वाले फीफा विश्व कप में वापसी करने के लिए तैयार है. मोरक्को ने आखिरी बार 1998 विश्व कप में हिस्सा लिया था जहां वह 18वें नंबर पर रही थी. फीफा विश्व कप में टीम का अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 1986 में रहा था जब टीम ने पहली बार टूर्नामेंट के अंतिम-16 में जगह बनाई थी.
फीफा रैंकिंग में 42वें नंबर पर काबिज मोरक्को एकमात्र ऐसी टीम है जिसने विश्व कप के अपने क्वालीफाइंग अभियान के दौरान छह मैचो में एक भी गोल नहीं खाया था. टीम ने पिछले साल गेबन को 3-0 से मात देकर 20 साल बाद विश्व कप के लिए क्वालीफाई किया था.
विश्व कप में टीम को इस बार पुर्तगाल, स्पेन और ईरान के साथ ग्रुप बी में रखा गया है, जो उसके लिए ग्रुप आफ डेथ से कम नहीं है. प्रतियोगिता के नॉकआउट स्तर तक पहुंचना टीम के लिए सबसे बड़ी चुनौती होगी. मोरक्को अपना पहला मुकाबला 15 जून को ईरान के साथ खेलना है.
टीम के कोच हर्वे रेनार्ड पहले ऐसे कोच हैं जिन्होंने कई देशों के साथ सीएएफ अफ्रीका कप का खिताब जीता था. वह 2016 में मोरक्को के कोच बने थे और तब से टीम ने शानदार प्रदर्शन किया है और 1998 के बाद पहली बार विश्व कप में जगह बनाई है.
हर्वे अफ्रीका में सबसे सफल विदेशी कोच हैं. उनके मार्गदर्शन में जाम्बिया और आइवरी कोस्ट ने अफ्रीकी कप जीता है. ऐसे में मोरक्को के लिए वह इस बार विश्व कप में कुछ सकारात्मक परिणाम दे सकते हैं लेकिन स्पेन और पुर्तगाल जैसी टीमों को चुनौती देना उनके लिए आसान नहीं होगा.
मोरक्को के पास इस बार कप्तान मेधी बनेटिया के रूप में सर्वेश्रेष्ठ डिफेंडर मौजूद हैं जो टीम के लिए काफी उपयोगी साबित हो सकते हैं. बनेटिया के अफ्रीका के सर्वश्रेष्ठ डिफेंडरों में से एक माने जाते हैं. बायर्न म्यूनिख और जुवेंतस के लिए खेल चुके बनेटिया से टीम को काफी उम्मीदें हैं.
इसके अलावा करीम अल अहमदी बैक लाइन में टीम को मजबूती देने के लिए तैयार हैं. रियल मेड्रिड के लिए राइट बैक के रूप में खेलने वाले अशरफ हकीमी टीम के सबसे युवा खिलाड़ी हैं और वह विश्व कप में अपनी छाप छोड़ना चाहेंगे. उन्होंने सात मैच खेले हैं जिसमें एक गोल भी किया है.
इंग्लिश क्लब साउथहैम्प्टन के लिए खेलने वाले सोफियाने बौफल पर भी सबकी नजरें होगीं जिन्होंने इस सीजन में 26 लीग मैचों में दो गोल दागे हैं. अयुब अल काबी अफ्रीकी नेशन चैंपियनशिप में सर्वोच्च स्कोरर रहे हैं, तो वहीं यूसुफ इत बेनासर मार्च में चोटिल होने के बाद टीम में वापसी कर रहे हैं.
विश्व कप के लिए मोरक्को की टीम :
गोलकीपर- मुनीर अल कजौरी, यासिन बौनु, अहमद रेदा टगनौती.
डिफेंडर- मेधी बनेटिया, रोमैन सैस, मैनुअल डी कोस्टा, बद्र बेनौन, नबील दिरार, अशरफ हकीमी, हमजा मेंडील.
मिडफील्डर- मर्बक बौसोफा, करीम अल अहमदी, यूसुफ इत बेनासर, सोफयान अमराबत, यूनीस बेलहंदा, फैसल फज्र, अमिने हेरीत
फारवर्ड- खालिद बौतीब, अजीज बौहाडुज, अयुब अल काबी, नोर्दिन अमराबत, मेहदी सार्सिला, हाकिम जियेक.