ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान माइकल क्लार्क (Michael Clarke) ने कहा है कि अगस्त से शुरू हो रहे विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप खेल के लंबे फॉर्मेट के लिए वही काम करेगा, जिस तरह वनडे क्रिकेट के लिए विश्व कप करता है. विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप की शुरुआत एक अगस्त से ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच शुरू हो रही एशे ज सीरीज से हो रही है. क्लार्क को लगता है कि यह टेस्ट चैम्पियनशिप टेस्ट क्रिकेट में एक नई जान फूंकेगा, जिसकी जरूरत टेस्ट क्रिकेट को थी. क्लार्क इस समय हर्ष वर्धन द्वारा स्थापित मेड अचिवर्स द्वारा आयोजित की गई मेडपार्लियामेंट में हिस्सा लेने भारत आए हुए हैं. इस मेडपार्लियामेंट में दुनियाभर के हेल्थ सेक्टर के स्टार्टअप्स ने हिस्सा लिया और उन्होंने स्वास्थ्य के क्षेत्र में निवेश को लेकर चर्चा की.
इस कार्यक्रम से इतर क्लार्क ने आईएएनएस से कहा, "मुझे लगता है कि यह टेस्ट क्रिकेट के लिए बहुत अच्छी बात है. शीर्ष दो टीमें 24 महीनों के भीतर लॉर्ड्स पर खेले गए विश्व कप जैसे फाइनल में एक-दूसरे के सामने होंगी. यह एक तरह से विश्व कप की तरह है. आपकी रैंकिंग मायने नहीं रखती, जो टीम विश्व कप जीतती है, वह मुझे लगता है कि विश्व में सर्वश्रेष्ठ मानी जाती है. टेस्ट क्रिकेट में भी अब यही होगा."
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एशेज सीरीज से स्टीव स्मिथ, डेविड वार्नर और कैमरून बैनक्रॉफ्ट की तिकड़ी वापसी कर रही है, जो बीते साल मार्च में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ बॉल टेम्पिरिंग के कारण प्रतिबंधित कर दी गई थी. स्मिथ के जाने के बाद टीम की कप्तानी टिम पेन के जिम्मे आई थी. एशेज में पेन ही कप्तान होंगे और क्लार्क को लगता है कि उनके पास एक बेहतरीन टीम है. विश्व विजेता कप्तान ने कहा, "आस्ट्रेलियाई टीम काफी प्रतिभाशाली है. टीम में जोश हेजलवुड वापसी कर रहे हैं. वार्नर, स्मिथ और बैनक्रॉफ्ट भी वापसी कर रहे हैं. जेम्स पेटिंसन अब फिट हो गए हैं और वह भी टीम में हैं. यह देखना दिलचस्प होगा कि पेन अंतिम-11 में किसे जगह देते हैं."
एशेज सीरीज पर क्लार्क ने कहा, "यह मुश्किल सीरीज होने वाली है. दो बड़ी टीमें इसमें हिस्सा ले रही हैं, जहां बेहतरीन प्रतिस्पर्धा होने की उम्मीद है. आस्ट्रेलिया अच्छी टीम है. उसकी तैयारी भी अच्छी है, लेकिन इंग्लैंड को उसके घर में हराना आसान नहीं है. वह अपने घर में काफी खतरनाक टीम है." टेस्ट चैम्पियनशिप में शीर्ष नौ टीमें हिस्सा लेंगी, जिनमें भारत के अलावा आस्ट्रेलिया, बांग्लादेश, इंग्लैंड, न्यूजीलैंड, पाकिस्तान, दक्षिण अफ्रीका, श्रीलंका और वेस्टइंडीज शामिल हैं. इस टेस्ट चैम्पियनशिप के दौरान दो साल में कुल 27 सीरीज में 71 टेस्ट मैच खेले जाएंगे. सीरीज का फाइनल जून 2021 में होगा.
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सीरीज के मुताबिक, हर टीम अपने घर में तीन और घर से बाहर तीन सीरीज खेलगी. हर सीरीज के 120 अंक होंगे। दो मैचों की सीरीज में एक मैच के 60 अंक होंगे तो तीन मैचों की सीरीज में एक मैच के 40 अंक होंगे. टाई से आधे अंक मिलेंगे जबकि ड्रॉ पर 3:1 के अनुपात में बांटा जाएगा.