What Is Ball Change Controversy: क्या है लॉर्ड्स टेस्ट में बॉल चेंज को लेकर विवाद? ड्यूक गेंद ने भारत पर कैसा असर डाला, जिससे मचा बवाल? जानिए पूरा मामला विस्तार से
Umpires With Box of Alternate Balls (Photo Credits: @JioHotstar)

India National Cricket Team vs England National Cricket Team Match Scorecard: भारतीय राष्ट्रीय क्रिकेट टीम बनाम इंग्लैंड राष्ट्रीय क्रिकेट टीम 5 मैचों की टेस्ट सीरीज (Test Series) का तीसरा मुकाबला 10 जुलाई (गुरुवार) से लंदन के ऐतिहासिक लॉर्ड्स क्रिकेट ग्राउंड (Lord’s Cricket Ground) में खेला जा रहा है. जिसमें भारत और इंग्लैंड के बीच खेली जा रही 5 मैचों की टेस्ट सीरीज वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) चक्र का हिस्सा है और भारत की इस सत्र की पहली सीरीज है. अभी तक सीरीज 1-1 की बराबरी पर है, जहां हेडिंग्ले में पहला टेस्ट इंग्लैंड ने जीता और एडबास्टन में भारत ने पलटवार करते हुए दूसरा टेस्ट अपने नाम किया. तीसरा टेस्ट ऐतिहासिक लॉर्ड्स मैदान पर खेला जा रहा है, जिसमें दोनों टीमें बढ़त बनाने के इरादे से भिड़ीं. इंग्लैंड ने टॉस जीतकर पहली बार इस सीरीज में पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया. पहले दिन का खेल खत्म होने तक इंग्लैंड ने 4 विकेट खोकर 251 रन बनाए. विराट कोहली को पछाड़ शुभमन गिल ने रचा इतिहास, SENA देश में एक टेस्ट सीरीज़ में सबसे ज़्यादा रन बनाने वाले बने भारतीय कप्तान

बॉल चेंज विवाद की शुरुआत कैसे हुई(What Is Ball Change Controversy)?

दूसरे दिन जब भारत ने नई गेंद के साथ गेंदबाज़ी शुरू की तो जसप्रीत बुमराह ने पहले ही स्पेल में जो रूट, बेन स्टोक्स और क्रिस वोक्स को पवेलियन भेज दिया. वहीं मोहम्मद सिराज भी लगातार मौके बना रहे थे. यह वही दूसरी नई गेंद थी जो पहले दिन 80 ओवर के बाद ली गई थी. इस समय इंग्लैंड का स्कोर 271/7 था और ऐसा लग रहा था कि भारतीय गेंदबाज़ इंग्लैंड की पहली पारी 300 के अंदर समेट देंगे. लेकिन इसी दौरान गेंद को लेकर विवाद खड़ा हुआ. मोहम्मद सिराज ने नोटिस किया कि दूसरी नई गेंद सिर्फ 10 ओवर पुरानी होने के बावजूद अपनी शेप खो चुकी है और सॉफ्ट हो गई है. अंपायर्स ने जांच की और पाया कि गेंद रिंग टेस्ट में पास नहीं हो रही थी यानी गेंद आकार में गड़बड़ी कर चुकी थी. इसके बाद अंपायर्स ने गेंद को बदलने का फैसला किया.

शुभमन गिल क्यों हुए नाराज़?

भारतीय कप्तान शुभमन गिल इस फैसले से बिल्कुल भी खुश नहीं थे. उनका कहना था कि जो नई गेंद टीम इंडिया को दी गई, वह 10 ओवर पुरानी गेंद जैसी नहीं थी बल्कि लगभग 20 ओवर पुरानी ‘सेमी-न्यू’ गेंद थी. गिल और सिराज ने इसको लेकर अंपायर्स से बहस भी की, लेकिन अंपायरों ने विकल्प बॉल बॉक्स से यही गेंद दी और बदलाव पर अड़े रहे. गिल को चिंता इस बात की थी कि पहले जो गेंद स्विंग और सीम मूवमेंट दे रही थी, अब नई गेंद उस तरह की मदद नहीं करेगी. साथ ही, गिल पहले भी इस बात का ज़िक्र कर चुके हैं कि इस सीरीज में ड्यूक बॉल बहुत जल्दी सॉफ्ट और आउट ऑफ शेप हो रही हैं, जिससे गेंदबाजों को असुविधा हो रही है.

 

गेंद बदलने के बाद गति काफी कम हो गई

इसका भारत पर क्या असर पड़ा?

जब गेंद बदली गई तब इंग्लैंड का स्कोर 271/7 था और भारत दबाव में लेकर आ चुका था. लेकिन इसके बाद इंग्लैंड ने वापसी करते हुए 355 रन तक कोई विकेट नहीं गंवाया. जेमी स्मिथ और ब्रायडन कार्स ने बेहतरीन अर्धशतक जमाते हुए इंग्लैंड का स्कोर 387 तक पहुंचाया. यानि, एक समय जहां भारत इंग्लैंड को 300 से पहले समेट सकता था, वहीं बॉल चेंज के बाद इंग्लैंड ने 100 से अधिक रन जोड़ डाले.

क्यों खराब हो रही हैं ड्यूक गेंदें?

इंग्लैंड में टेस्ट क्रिकेट पारंपरिक रूप से ड्यूक बॉल से खेला जाता है, जो लंबे समय तक स्विंग और सीम मूवमेंट के लिए जानी जाती है. लेकिन इस सीरीज में जो बैच उपयोग में है, उसमें गेंदें जल्दी सॉफ्ट और आउट ऑफ शेप हो रही हैं. पहले दो टेस्ट में भी बल्लेबाजों को रन बनाने में आसानी हुई थी और गिल ने इस पर पहले ही सवाल उठाए थे. जब इस मामले पर ड्यूक बॉल के मालिक दिलीप जाजोदिया से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि आजकल के मॉडर्न बैट्स की ताकत इतनी अधिक है कि गेंदें जल्दी बिगड़ जाती हैं. उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि आईसीसी को अब नए नियमों पर विचार करना चाहिए, जिससे दूसरी नई गेंद को जल्दी लिया जा सके.