IPL Impact Player Rule: 23 दिसंबर को इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2023 का ऑक्शन खत्म हो गया हैं. अब फैंस को अगले आईपीएल सीजन का इंतजार हैं. आईपीएल के अगले सीजन से ‘इंपैक्ट प्लेयर’ रूल (Impact Player Rule) लागू हो जाएगा. इस नियम से सबसे अधिक फायदा उन अनुभवी प्लेयर्स को मिलेगा जो अपने करियर की आखिरी मोड़ के पास पहुंच चुके हैं. आईपीएल के तमाम फ्रेंचाइजियों से जुड़ कोचों और एक्सपर्ट्स की मानें तो ‘इंपैक्ट प्लेयर’ रूल में कुछ ऐसे नियम हैं जो अनुभवी और ज्यादा उम्र के प्लेयर्स को फायदा पहुंचाने वाले साबित होंगे. क्रिकेट एक्सपर्ट और टीमों के कोच इसे उन प्लेयर्स के लिए उनके करियर के अंत में ‘दूसरा मौका’ के रूप में देख रहे हैं. Year Ender 2022: इस साल विराट कोहली-चेतेश्वर पुजारा से लेकर स्टीव स्मिथ-डेविड वॉर्नर तक, कई धुरंधरों ने खत्म किया शतकों का सूखा
क्या है इंपैक्ट प्लेयर नियम
‘इंपैक्ट प्लेयर’ नियम एक टीम को मैच से पहले 15 प्लेयर्स की टीम में 4 ऐसे प्लेयर्स को रखने की इजाजत देता है जो टीम की पारी के दौरान 14वें ओवर तक किसी भी समय बतौर रिप्लेसमेंट आ सकते हैं. अगर फाइनल प्लेइंग इलेवन में 4 विदेशी खिलाड़ी मौजूद हैं तो रिप्लेसमेंट के रूप आने वाला खिलाड़ी भारतीय होना चाहिए. यदि फाइनल प्लेइंग इलेवन में 3 विदेशी खिलाड़ी हों तो 1 विदेशी खिलाड़ी ‘इंपैक्ट रिप्लेसमेंट’ के तौर पर दूसरे की जगह पर आ सकता है.
खिलाड़ियों को मिलेगा इंपैक्ट प्लेयर रूल का फायदा
आईपीएल 2023 में इस नियम का फायदा अनुभवी प्लेयर्स को मिल सकता है. इस बार आईपीएल ऑक्शन में 4 अनुभवी भारतीय खिलाड़ियों को 50 लाख रूपए के बेस प्राइस पर ही खरीदा गया है जबकि इन भारतीयों का करियर करीब खत्म होने की कगार पर है. इन खिलाड़ियों में शामिल हैं 40 साल के अमित मिश्रा जिनके खाते में 166 विकेट शामिल हैं, 34 साल के पीयूष चावला जिन्होंने 157 विकेट चटकाए हैं, मोहित शर्मा 92 विकेट झटके हैं और ईशांत शर्मा के पास 84 विकेट हैं.
अमित मिश्रा को लखनऊ सुपर जायंट्स ने खरीदा है. वहीं मुंबई इंडियस ने पियूष चावला पर बड़ा दांव खेला हैं. दिल्ली कैपिटल्स ने ईशांत को अपने साथ जोड़ा हैं. गुजरात टाइटन्स ने मोहित शर्मा को एक मौका देने का फैसला किया.
बता दें कि एक घरेलू कोच ने कहा कि अमित मिश्रा को गौतम गंभीर और उनके कोचिंग स्टाफ द्वारा चुना जाना अच्छा निर्णय है. अमित मिश्रा आईपीएल में सबसे ज्यादा विकेट चटकाने वाले टॉप 3 गेंदबाजों में शामिल है. हां, यह सही है कि अमित मिश्रा 40 साल का हो चुके है, वह इतना अच्छा फील्डर नहीं है और अंत में छक्के नहीं जड़ सकते. लेकिन आपको पूरे समय के लिये फाइनल प्लेइंग में शामिल करने की जरूरत नहीं है. अमित मिश्रा जैसे खिलाड़ी कुछ मैच में ‘इंपैक्ट’ प्लेयर के तौर पर इस्तेमाल किए जा सकते हैं. गौतम गंभीर जब जरूरी समझेंगे उन्हें 8 ओवर के लिए मैदान में रख सकते हैं.
टीम इंडिया के पूर्व बल्लेबाज दीप दासगुप्ता को लगता है कि ‘इंपैक्ट’ प्लेय नियम उन सभी प्लेयर्स के लिए एक वरदान है जिनके आईपीएल कॉन्ट्रेक्ट खत्म हो रहे हैं क्योंकि खेल की डिमांड अब बदल रही है. मुंबई इंडियंस को वानखेड़े में पीयूष चावला की शायद बिल्कुल भी आवश्यकता न पड़े. लेकिन अगर मुंबई चेपॉक में खेलेंगे तो चावला की जरूरत पड़ सकती है. वह अपनी गेंदबाजी से अंतर पैदा कर सकता है.