IPL 2021: ऑस्ट्रेलिया पहुंचने के बाद Adam Zampa का विवादित बयान, कहा- आईपीएल के लिए बनाया गया बायो बबल सबसे असुरक्षित
आस्ट्रेलिया के स्पिनर एडम जम्पा ने कहा है कि इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2021 के लिए बनाया गया बायो-बबल सबसे असुरक्षित है, जोकि उन्होंने भारत में भारत में कोविड-19 के दौरान देखा है. जम्पा और केन रिचर्डसन आईपीएल के 14वें सीजन को बीच में ही छोड़कर व्यक्तिगत कारणों से घर लौट गए हैं.
सिडनी, 28 अप्रैल: आस्ट्रेलिया के स्पिनर एडम जम्पा ने कहा है कि इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2021 के लिए बनाया गया बायो-बबल सबसे असुरक्षित है, जोकि उन्होंने भारत में भारत में कोविड-19 के दौरान देखा है. जम्पा और केन रिचर्डसन आईपीएल के 14वें सीजन को बीच में ही छोड़कर व्यक्तिगत कारणों से घर लौट गए हैं. दोनों खिलाड़ी रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (आरसीबी) टीम का हिस्सा थे. जम्पा ने सिडनी मॉनिर्ंग हेराल्ड से कहा, " हम कुछ (बुलबुले) में रहे हैं और मुझे लगता है कि यह शायद सबसे असुरक्षित है." उन्होंने कहा कि टूर्नामेंट का आयोजन संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में किया जाना चाहिए था, जैसा कि पिछली बार हुआ था.
जम्पा ने कहा, " टूर्नामेंट भारत में खेला जा रहा है, इस वजह से ज्यादा डर लग रहा है. हमें यहां हमेशा हाइजीन और अधिक सुरक्षा बरतने को कहा जाता है. मुझे यही सबसे अजीब लगता है. मुझे लगता है कि भारत का बायो बबल सबसे असुरक्षित है." उन्होंने आगे कहा, " छह महीने पहले दुबई में जो आईपीएल हुआ था, उसमें ऐसा नहीं था. मुझे लगता है कि वह काफी अधिक सुरक्षित था. निजी तौर पर मेरी राय है कि इस बार भी आईपीएल को वहीं करवाया जाना चाहिए था, लेकिन इसमें कई बार राजनीति वगैरह शामिल होती है."
तेज गेंदबाज रिचर्डसन ने इस सीजन में एक मैच खेला था जिसमें उन्होंने एक विकेट लिया था जबकि जम्पा बिना खेले ही चले गए. जाम्पा और रिचर्डसन के अलावा कई अन्य ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर डर के कारण इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) छोड़ना चाह रहे हैं. इन्हें डर है कि भारत में बढ़ते कोविड-19 मामलों के बाद वे अपने देश में प्रवेश नहीं कर पाएंगे. जम्पा ने आगे कहा कि अगली चर्चा इस बात को लेकर होगी क्या भारत में अक्टूबर नवंबर में टी20 विश्व कप होना चाहिए या नहीं.
उन्होंने कहा, " बेशक इसी साल भारत में टी-20 विश्व कप भी होना है. संभवत: क्रिकेट जगत में अब अगली चर्चा इसी पर होगी, लेकिन छह माह एक लंबा समय है और तब शायद भारत में स्थिति बेहतर हो."