India vs Australia: यशस्वी जायसवाल आउट थे या नॉट आउट? जानें DRS विवाद की असली वजह- Video
Yashasvi Jaiswal (Photo: X)

Australia National Cricket Team vs Indian National Cricket Team: ऑस्ट्रेलिया राष्ट्रीय क्रिकेट टीम बनाम भारतीय राष्ट्रीय क्रिकेट टीम के बीच चौथा टेस्ट मैच 26 दिसंबर से मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड (Melbourne Cricket Ground) में खेला गया. इस मैच में ऑस्ट्रेलिया ने टीम इंडिया को 184 रनों से करारी शिकस्त दी. इसके साथ ही मेजबान टीम ने सीरीज में 2-1 से बढ़त हासिल की. पांचवें दिन भारतीय टीम को जीत के लिए 340 रनों टारगेट मिला था. जवाब में टीम इंडिया 79.1 ओवर में 155 रनों पर सिमट गई. इस मैच में यशस्वी जायसवाल ने 84 रन बनाए. इस दौरान एक बड़ा डीआरएस विवाद तब हुआ जब जायसवाल को थर्ड अंपायर ने आउट दे दिया. इस निर्णय ने क्रिकेट जगत में विवाद पैदा कर दिया, क्योंकि जायसवाल भारत के लिए आखिरी बल्लेबाज थे, जो टेस्ट मैच बचाने के लिए संघर्ष कर रहे थे. यह भी पढें: IND vs AUS: यशस्वी जायसवाल को आउट देने वाला थर्ड अंपायर कौन है, "कैच-बिहाइंड" आउट विवाद पर रोहित शर्मा ने क्या कहा? (Watch Video)

यशस्वी जयसवाल आउट या नॉट आउट

दरअसल, यह घटना मैच के 71वें ओवर में हुई जब जायसवाल 84 रन पर बल्लेबाजी कर रहे थे. बाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने पुल शॉट खेलने में चूक की और गेंद विकेटकीपर एलेक्स कैरी के लेग साइड में चली गई. जिसके बाद ऑस्ट्रेलिया ने अपील किया क्योंकि बॉल जिर तरह से कैरी तक पहुंचीं थी उससे ऐसा लगा की बल्लेबाज के दस्ताने से गेंद का संपर्क हुआ है. मैदानी अंपायर जोएल विल्सन अपील से संतुष्ट नहीं थे और उन्होंने जायसवाल को नॉट आउट करार दिया.

यशस्वी जायसवाल के विकेट का वीडियो 

हालांकि ऑस्ट्रलियाई गेंदबाज और कप्तान पैट कमिंस मैदानी अंपायर के फैसले से खुश नहीं थे और उन्होंने तुरंत डीआरएस रेफरल का इस्तेमाल किया और यहीं से विवाद शुरू हुआ. डीआरएस पर लंबी जांच की गई - अल्ट्रा एज से पता चला कि जब गेंद बल्लेबाज के पास से गुजरी तो कोई स्पाइक नहीं था, लेकिन तीसरे अंपायर शरफुद्दौला सैकत ने डिफ्लेक्शन दिखने और गेंद का ग्लव्स से संपर्क होने पर के आधार पर इसे आउट करार दिया.

दिग्गजों ने क्या कहा 

इसके बाद ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी जश्न मनाने लगे. लेकिन जायसवाल तीसरे अंपायर के फैसले पर अचंभित रह गए. कमेंटेटर संजय मांजरेकर ने तीसरे अंपायर के फैसले को समझने की कोशिश की. मांजरेकर ने कमेंट्री में कहा कि स्टंप के पीछे से रिवर्स एंगल से संकेत मिलता है कि गेंद यशस्वी जायसवाल के बल्ले और दस्ताने से विचलन के बाद अपनी दिशा बदल गई.

मांजरेकर ने तर्क दिया कि, जबकि स्निको मीटर ने अपने रडार पर कोई स्पाइक नहीं दिखाया, अंपायर ने दृश्य साक्ष्य के साथ जाने और जायसवाल को आउट देने का फैसला किया. मांजरेकर ने तीसरे अंपायर द्वारा लिए गए फैसले को साहसी फैसला बताया. वहीं हिंदी कमेंट्री के दौरान गावस्कर ने कहा, "यह फैसला चौकाने वाला है, जब स्निको मीटर में कोई हरकत नहीं दिखाई दे रही है तो क्यों आउट दिया."