
भारत के पूर्व क्रिकेटर माधव आप्टे (Madhav Apte) का सोमवार सुबह निधन हो गया. उनका निधन दिल का दौरा पड़ने की वजह से हुआ, वे 86 वर्ष के थे. उनके बेटे वामन आप्टे ने इस बात की जानकरी देते हुए बताया कि माधव आप्टे ने सुबह के 6 बजकर 9 मिनट पर ब्रीच कैंडी हॉस्पिटल (Breach Candy Hospital) में आखिरी सांस ली थी. माधव आप्टे का जन्म 5 अक्टूबर 1932 को हुआ था. मुंबई के एक स्कूल में पढ़ाई करते हुए उन्हें क्रिकेट खेलने का शौक हुआ. उन्होंने मुंबई यूनिवर्सिटी से अपनी आर्ट्स से ग्रेजुएशन की डिग्री पूरी की थी. आप्टे ने 1948 में वीनू मांकड़ के मार्गदर्शन में एक स्पिन गेंदबाज के रूप में अपने करियर की शुरुआत की थी. वह एक शानदार बल्लेबाज भी थे.
बात दें कि क्रिकेटर माधव आप्टे 1950 के दशक में सात टेस्ट मैच खेले और 49.27 की औसत से 542 रन बनाए, जिसमें केवल एक शतक शामिल है. इन सात मैचों की पारियों में उन्होंने एक शतक और तीन अर्धशतक भी लगाए हैं. इसके अलावा पहली श्रेणी क्रिकेट में आप्टे ने 67 मैचों में 3336 रन बनाए थे. क्रिकेट कमेंटेटर हर्षा भोगले ने उनकी याद करते हुए ट्वीट किया है.
I am in mourning at the passing of Shri Madhav Apte. Deep, genuine cricket lover, quality batsman himself (7 tests at an avg of 49.3), and a classy, dignified human being. From an era where love for the game was unconditional. Wonderful host, great story-teller.
— Harsha Bhogle (@bhogleharsha) September 23, 2019
उन्होंने अपने शुरूआती टेस्ट में 30 और नाबाद 10 रन की पारियां खेली थी. वे टेस्ट सीरीज में 400 से अधिक रन बनाने वाले पहले सलामी भारतीय बल्लेबाज थे. वेस्टइंडीज के खिलाफ उन्होंने 1953 में 460 रन बनाकर यह उपलब्धि हासिल की थी. गौरतलब है कि एक अन्य दिग्गज बल्लेबाज वीनू मांकड़ ने माधव आप्टे को सलामी बल्लेबाज की भूमिका सौंपी थी. बाद में वे घरेलू क्रिेकेट में मुंबई के कप्तान भी बने.