दीपक अग्रवाल की वजह से दो साल के लिए बैन हुए शाकिब अल हसन, जानें स्पॉट फिक्सिंग से उनका रिश्ता

बांग्लादेश के स्टार ऑलराउंडर खिलाड़ी शाकिब अल हसन के उपर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद ने मंगलवार को दो साल का प्रतिबंध लगा दिया. हसन के खिलाफ आरोप है कि वह कथित रूप से भारतीय बुकी दीपक अग्रवाल के साथ संपर्क में थे, लेकिन उन्होंने आईसीसी की एंटी करप्शन यूनिट को इसकी सुचना नहीं दी.

प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credits: Pixabay)

बांग्लादेश के स्टार ऑलराउंडर खिलाड़ी शाकिब अल हसन (Shakib Al Hasan) के उपर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (International Cricket Council) ने मंगलवार को दो साल का प्रतिबंध लगा दिया. हसन के खिलाफ आरोप है कि वह कथित रूप से भारतीय बुकी दीपक अग्रवाल (Deepak Agarwal) के साथ संपर्क में थे, लेकिन उन्होंने आईसीसी की एंटी करप्शन यूनिट (ICC Anti Corruption Unit) को इसकी सुचना नहीं दी.

बात करें दीपक अग्रवाल के बारे में तो NBT की खबर के अनुसार दीपक स्पॉट फिक्सिंग सर्किट में एक जाना-माना बड़ा नाम है. दीपक के उपर IACU की नजर हमेशा बनी रहती है. दीपक को साल 2017 में छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले से पुलिस ने स्पॉट फिक्सिंग मामले में अपने कब्जे में भी लिया था, लेकिन इसके बावजूद वह जेल से छूटने के बाद फिर से वापिस अपने पुराने धंधे में जुट गया. बता दें कि दीपक अग्रवाल के काले इतिहास को देखते हुए ICC ने उसे ब्लैक लिस्ट भी कर रखा है. यह भी पढ़ें- बांग्लादेश के ऑलराउंडर शाकिब अल हसन पर लगा 2 साल का प्रतिबंध, भारत दौरे पर नहीं आ पाएंगे

वहीं दीपक अग्रवाल के उपर यह भी आरोप है कि उसने विजय कुमार नाम के एक शख्स को मेंटली रूप से टार्चर किया था, जिसके वजह से उस व्यक्ति ने राजस्थान के उदयपुर शहर के घंटाघर इलाके में फांसी लगाकर सुसाइड कर ली थी. खबर के अनुसार आत्महत्या से पहले विजय कुमार ने एक सुसाइड नोट छोड़ा था. इस नोट में मृतक व्यक्ति ने अनुरोध किया था कि दीपक अग्रवाल ने उससे पांच लाख रुपए उधार लिए थे, लेकिन वह अब उसके पैसे नहीं लौटा रहा है और उसे बेटिंग में फंसाने की धमकी दे रहा है. इस खबर की पुष्टि उस समय उदयपुर के अडिशनल एसपी रहे तेजराज सिंह ने की थी.

एसपी तेजराज सिंह ने उस समय बयान दिया था कि, दीपक अग्रवाल जिसकी पहचान एक बुकी के रूप में हुई है. दीपक अग्रवाल मृतक व्यक्ति विजय कुमार को लगातार बेटिंग में फंसाने की धमकी दे रहा रहा था. दीपक कुमार ने सुसाइड से पहले प्रशासन से अनुरोध किया था कि वह उसके पैसे को वापिस उसके परिवार को दिला दें. इसके बाद बुकी दीपक अग्रवाल के उपर भारतीय दंड संहिता की धारा 306 के तहत केस दर्ज किया गया था. यह भी पढ़ें- भारत और बांग्लादेश के बीच कोलकाता में खेला जाएगा पहला डे-नाइट टेस्ट मैच

वहीं ICC के अनुसार दीपक अग्रवाल ने शाकिब अल हसन से पहली बार साल 2017 में संपर्क साधने की कोशिश की थी. दीपक को शाकिब अल हसन का नंबर उसके किसी सहयोगी ने दिया था. ICC के अनुसार दीपक ने जब हसन से संपर्क साधने की कोशिश की थी तब वह बांग्लादेश प्रीमियर लीग में ढाका डायनामाइट्स की ओर से खेल रहे थे. वहीं दूसरी बार 19 जनवरी 2018 को अग्रवाल ने शाकिब को बांग्लादेश, जिम्बाब्वे और श्रीलंका के खिलाफ खेले गए त्रिकोणीय सीरीज में 'मैन ऑफ द मैच' चुने जानें के बाद मैसेज करके बधाई दी थी. इसके बाद दीपक ने कई बार और मौके पर शाकिब को मैसेज किए. जिसमें वह ट्राएंगुलर सीरीज, आईपीएल और टीम के अंदरूनी जानकारी की खबर लेनी चाही.

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