एशियाई खेल 2018: पी.वी. सिंधु फाइनल में, सायना को मिला ब्रॉन्ज मेडल

18वें एशियाई खेलों में रविवार को महिला एकल बैडमिंटन में इतिहास रचते हुए भारतीय खिलाड़ी पी.वी. सिंधु ने फाइनल में प्रवेश कर लिया. दूसरी ओर, भारत की अग्रणी महिला बैडमिंटन खिलाड़ी सायना नेहवाल सेमीफाइनल में हार गईं और इस कारण उन्हें कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा.

पी.वी. सिंधु व सायना (Photo Credits: Twitter @BrijbhanRathore)

जकार्ता: यहां जारी 18वें एशियाई खेलों में रविवार को महिला एकल बैडमिंटन में इतिहास रचते हुए भारतीय खिलाड़ी पी.वी. सिंधु ने फाइनल में प्रवेश कर लिया. दूसरी ओर, भारत की अग्रणी महिला बैडमिंटन खिलाड़ी सायना नेहवाल सेमीफाइनल में हार गईं और इस कारण उन्हें कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा.

लंदन ओलम्पिक की कांस्य पदक विजेता सायना का यह एशियाई खेलों में पहला पदक है। सिंधु ने अपने सेमीफाइनल मैच में जीत हासिल कर खिताबी मुकाबले में कदम रखा है। वह एशियाई खेलों में बैडमिंटन की किसी भी स्पर्धा के फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय खिलाड़ी हैं.

वर्ल्ड नम्बर-3 सिंधु ने सेमीफाइनल में जापान की खिलाड़ी और वर्ल्ड नम्बर-2 अकाने यामागुची को मात दी। फाइनल में उनका सामना वर्ल्ड नम्बर-1 चीनी ताइपे की खिलाड़ी ताई जु यिंग से होगा.

सायना को महिला एकल के सेमीफाइनल में चीनी ताइपे की खिलाड़ी ताई जु यिंग ने सीधे गेमों में 21-17, 21-14 से मात दी.

इससे पहले, इंचियोन में 2014 में हुए एशियाई खेलों में सायना क्वार्टर फाइनल तक का सफर ही तय कर पाईं थीं.

एक अन्य सेमीफाइनल मुकाबले में सिंधु ने यामागुची को एक घंटे और पांच मिनट तक चले संघर्षपूर्ण मुकाबले में 21-17, 15-21, 21-10 से मात दी। यामागुची को कांस्य से संतोष करना पड़ा है। यह यामागुची का भी एशियाई खेलों की एकल स्पर्धा में पहला पदक है.

सिंधु पहली बार एशियाई खेलों में महिला एकल स्पर्धा के फाइनल में पहुंची हैं. पिछली बार इंचियोन में 2014 में हुए एशियाई खेलों में वह अंतिम-16 तक का सफर ही तय कर पाईं थीं.

फाइनल में यिंग के खिलाफ होने वाली भिड़ंत के बारे में सिंधु ने कहा, "वह मेरा खेल जानती हैं और मैं उनका. ऐसे में कोई भी रणनीति काम नहीं आएगी। फाइनल में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाली खिलाड़ी ही स्वर्ण पदक जीतेगी और मैं उम्मीद करती हूं कि मैं अपने देश के लिए स्वर्ण पदक जीतूंगी."

रियो ओलम्पिक की रजत पदक विजेता सिंधु अगर फाइनल में जीत हासिल करती हैं, तो यह एशियाई खेलों में उनका पहला स्वर्ण पदक होगा। इसके साथ वह स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी होने का इतिहास भी रचेंगी.

सिंधु फाइनल मैच में अगर हार भी जाती हैं, तो भी वह एशियाई खेलों में रजत पदक जीतने वाली पहली भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी होने का इतिहास रचेंगी। भारत को अब तक एशियाई खेलों में बैडमिंटन की स्पर्धाओं में कुल आठ कांस्य पदक हासिल हुए हैं.

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