अभिषेक वर्मा और रजत चौहान सहित अर्जुन पुरस्कार विजेता तीरंदाजों ने गुरुवार को राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद को पत्र लिखकर उनसे यह सुनिश्चित करने का आग्रह किया कि उनके कोच जीवनजोत सिंह तेजा को द्रोणाचार्य सम्मान से महरूम नहीं किया जाएगा. न्यायमूर्ति मुकुल मुदगल की अगुआई वाली चयन समिति ने द्रोणाचार्य पुरस्कार के लिए तेजा के नाम की सिफारिश की थी, लेकिन खेल मंत्रालय ने अतीत में इस कोच के खिलाफ अनुशासन के एक मामले का हवाला देकर उनका नाम काट दिया.
पत्र के अनुसार, ‘वह काफी हौसलाअफजाई करने वाले हैं और भारतीय तीरंदाजी को नई ऊंचाइयों पर ले गए हैं. वह मजबूत स्तंभ की तरह 2013 से हमारे साथ हैं. इसलिए हम आपसे अपील करते हैं कि उनके प्रयासों को कृपा करके मान्यता दें और जल्द से जल्द इस मामले पर गौर करें क्योंकि यह पूरे तीरंदाजी जगत को प्रभावित कर सकता है.’ यह भी पढ़े-कोहली और मीराबाई को राजीव गांधी खेल रत्न; अर्जुन अवॉर्ड और द्रोणाचार्य से सम्मानित होंगे ये खिलाड़ी, देखें पूरी लिस्ट
वी ज्योति सुरेखा सहित तीरंदाजों ने इस पत्र की एक प्रति खेल मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ को भी भेजी है.
एशियाई खेलों के रजत पदक विजेता वर्मा को 2014 में अर्जुन पुरस्कार से नवाजा गया, जबकि 2016 में अर्जुन पुरस्कार हासिल करने वाले चौहान जकार्ता में इस साल एशियाई खेलों में रजत पदक जीतने वाली भारत की कंपाउंड पुरुष टीम का हिस्सा थे. ज्योति को पिछले साल अर्जुन पुरस्कार मिला और वह बैंकाक में 2015 एशियाई तीरंदाजी चैंपियनशिप की स्वर्ण पदक विजेता हैं