Mud Volcano: इस देश में फटा मिट्टी का ज्वालामुखी, जानें लोग इस कीचड़ में नहाते क्यों हैं?

मिट्टी धरती के अंदर गर्म पानी के साथ मिलकर ऊपर की ओर आती है. लोग इसका ही मसाज करते हैं. इसी में नहाते हैं. अज़रबैजान और इसका कैस्पियन तट ऐसे ज्वालामुखियों से भरा है.

Mud Volcano Erupted In Azerbaijan: अज़रबैजान के बाकू प्रांत स्थित गारादाघ जिले में 11 अगस्त 2022 को मिट्टी का ज्वालामुखी (Mud Volcano) फट पड़ा,जिसके बाद मिट्टी का बड़ा सा ढेर हवा में उठता दिखाई दिया. मिट्टी का ज्वालामुखी (Mud Volcano) को मड डोम (Mud Dome) भी कहते हैं. इनके अंदर से गर्म मिट्टी या स्लरी निकलती है. साथ में पानी और गैस बाहर आते हैं. इनके अंदर से लावा नहीं निकलता.

इसमें से निकलने वाली मिट्टी धरती के अंदर गर्म पानी के साथ मिलकर ऊपर की ओर आती है. मिट्टी के ज्वालामुखी का तापमान 2 डिग्री सेल्सियस से 100 डिग्री सेल्सियस तक हो सकता है. इनका उपयोग लोग मड बाथ यानी मिट्टी के स्नान के लिए करते हैं. ये काफी ज्यादा प्रसिद्ध प्रक्रिया है. इन मिट्टी के ज्वालामुखियों से 86 फीसदी मीथेन गैस निकलती है. थोड़ा बहुत कार्बन डाईऑक्साइड और नाइट्रोजन भी.

जब ये फटते हैं तो इनमें से गर्म मिट्टी और कीचड़ निकलता है. लेकिन शांत रहने पर हैलाइट (Halite) निकलता है. जिसे रॉक सॉल्ट कहते हैं. लोग इसका ही मसाज करते हैं. इसी में नहाते (People Bathe In Mud) हैं. अज़रबैजान और इसका कैस्पियन तट ऐसे ज्वालामुखियों से भरा है.

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