Uttar Pradesh: वफादारी की मिसाल! पालतू कुत्ते शेरू और कोको ने दो घंटे तक की सांप से लड़ाई, मालिक को बचाने के लिए अपने प्राण किए न्योछावर
कुत्ते की वफादारी का उदाहरण पेश करने वाला एक ऐसा ही वाकया उत्तर प्रदेश के भदोही जिले से सामने आया है, जहां दो पालतू कुत्तों ने अपने मालिक की जान बचाने के लिए खुद को न्योछावर कर दिया. दरअसल, शेरू और कोको ने अपने मालिक के घर में सांप को दाखिल होने से रोकने के लिए करीब दो घंटे तक लड़ाई की और अपने प्राण न्योछावर कर दिए.
भदोही (उत्तर प्रदेश): पालतू जानवर (Pet Animals) इंसानों के प्रति कितने वफादार (Loyal) होते हैं, इसका उदाहरण पेश करने वाली कई घटनाएं पहले भी सामने आ चुकी हैं. खासकर, पालतू जानवरों में कुत्तों (Dogs) को सबसे वफादार माना जाता है, जो अपने मालिक की जान बचाने के लिए खुद के प्राण भी न्योछावर कर सकता है. कुत्ते की वफादारी का उदाहरण पेश करने वाला एक ऐसा ही वाकया उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के भदोही (Bhadohi) जिले से सामने आया है, जहां दो पालतू कुत्तों (Pet Dogs) ने अपने मालिक की जान बचाने के लिए खुद को न्योछावर कर दिया. दरअसल, शेरू और कोको ने अपने मालिक के घर में सांप (Snake) को दाखिल होने से रोकने के लिए करीब दो घंटे तक लड़ाई की. रविवार को देर रात जयरामपुर गांव में घटी इस घटना की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं.
चौकीदार गुड्डू के मुताबिक, जैसे ही काले जहरीले सांप ने मुख्य द्वार पर प्रवेश करने की कोशिश की, शेरू (Sheroo) और कोको (Coco) नाम के पालतू कुत्ते हिंसक रूप से भौंकने लगे. दोनों कुत्ते भौंकते रहे, लेकिन जब सांप आगे बढ़ता रहा तो शेरू और कोको ने उस पर हमला कर दिया. कुत्तों और सांप के बीच करीब दो घंटे तक लड़ाई चलती रही और आखिरकार कुत्तों ने सांप को दो हिस्सों में विभाजित कर दिया, लेकिन अफसोस लड़ाई के दौरान सांप ने कई बार दोनों कुत्तों को काटा, इसलिए इस लड़ाईके खत्म होने कुछ ही देर बाद दोनों ने दम तोड़ दिया. यह भी पढ़ें: Uttarakhand Disaster: तपोवन टनल के बाहर चक्कर लगा रहा यह वफादार कुत्ता, बिना खाए अपने मालिक का कर रहा इंतजार
बताया जाता है कि शोर सुनकर कुत्तों के मालिक और कई स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे. उन्होंने कुत्तों को सांप से दूर भगाने की कोशिश की, लेकिन वो सांप से लड़ते रहे. शेरू और कोको डॉ. राजन के परिवार के पालतू थे. डॉक्टर ने संवाददाताओं से कहा कि हम अपने शेरू और कोको की मौत को स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं. दोनों हमारे परिवार के प्यारे थे. उन्होंने हमें बचाने के लिए अपनी जान दे दी, हम उनके बलिदान को कभी नहीं भूलेंगे.