उत्तर प्रदेश: भूख से रो रहा था 8 महीने का मासूम, मां के पास नहीं थे दूध खरीदने के पैसे, फिर उसने किया ऐसा काम...

उत्तर प्रदेश के कन्नौज में एक महिला ने अपने 8 महीने के मासूम बच्चे की गला घोंटकर सिर्फ इसलिए हत्या कर दी, क्योंकि उसका बच्चा भूख से बिलख रहा था और महिला के पास दूध लाने के लिए पैसे नहीं थे. हालांकि पोस्टमार्टम की रिपोर्ट कुछ और ही कहानी बयां कर रही है.

प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credits: Pixabay)

कहते हैं कि एक मां (Mother) दुनिया की सारी तकलीफें सह लेती है, पर अपने बच्चे (Child) पर कोई आंच नहीं आने देती. मां भूखी रह जाती है, लेकिन अपने बच्चे को कभी भूखा नहीं रहने देती है, लेकिन उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के कन्नौज (Kannauj) से एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है, जिसे जानने के बाद आप भी हैरत में पड़ जाएंगे. बताया जा रहा है कि एक मां ने अपने 8 महीने के मासूम बच्चे (8 Months Old Child) को सिर्फ इसलिए मौत के घाट उतार दिया, क्योंकि वो देर रात भूख की वजह से रो रहा था और मां के पास अपने बच्चे के लिए दूध (Milk) खरीदने के पैसे (Money) नहीं थे.

दरअसल, कन्नौज के छिबरामऊ स्थित मोहल्ला बिरतिया में रहने वाली रुखसार (Rukhsar) नाम की महिला अपने तीन बच्चों के साथ रहती है, जबकि उसका पति शाहिद ऊर्फ शालू मुंबई में नौकरी करता है. बताया जा रहा है कि रुखसार का 8 महीने का बेटा तीन दिन से भूखा था और वो अपने बच्चे के लिए दूध का इंतजाम नहीं कर पा रही थी. जब देर रात उसका बच्चा भूख से बिलख रहा था तो महिला ने उसे पानी पिलाने की कोशिश की, क्योंकि दूध लाने के लिए उसके पास पैसे नहीं थे. जब भूख से रोते-बिलखते मासूम का दर्द वो बर्दाश्त नहीं कर पाई तो अपने ही हाथों से उसका गला घोंटकर उसे हमेशा के लिए शांत कर दिया.

बेटे का गला घोंटने के बाद शुक्रवार की सुबह वो उसके शव के पास ही गुमसुम होकर बैठी रही. काफी देर तक बच्चे में कोई हलचल न होते देख, परिजनों को शक हुआ और जब वो बच्चे के पास जाने लगे तो मां रुखसार ने गुस्सा जताते हुए किसी को भी पास नहीं आने दिया. इस घटना का खुलासा तब हुआ जब आरोपी महिला की 4 साल की बेटी अनम ने बताया कि उसकी मां ने ही गला घोंटकर उसके मासूम भाई की हत्या की है तो लोगों के पैरों तले जैसे जमीन ही खिसक गई. यह भी पढ़ें: उत्तर प्रदेश: डॉक्टरों की टीम ने किया कमाल, युवती की बड़ी आंत काटकर बनाया उसका जननांग

देखते ही देखते वहां आसपास के लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई और घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची. पुलिस ने जब महिला से बात की तो उसने बताया कि वो तीन दिन से अपने बच्चों के खाने के इंतजाम को लेकर काफी परेशानी थी. तीन दिन से वो अपने मासूम बेटे के लिए दूध नहीं जुटा पा रही थी, जिसके बाद उसने नींबू और शक्कर का घोल पिला दिया, जिससे उसकी मौत हो गई. इसके अलावा आरोपी महिला ने कहा कि जब उसके बच्चे भूख से बिलख रहे थे तब कोई नहीं आया और आज जब उसके बच्चे की मौत हो गई है तो भीड़ जुट गई है.

फिलहाल पुलिस ने आरोपी महिला को हिरासत में ले लिया है और तफ्तीश में जुट गई है, लेकिन जब मृत मासूम की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आई तो उससे कुछ और ही कहानी बयां होती नजर आ रही है. इस रिपोर्ट के मुताबिक मृत बच्चे के पेट में दूध मिला है जो उसे सुबह के वक्त पिलाया गया था. इसके अलावा डॉक्टरों ने भी उसके तीन दिन से भूखे होने की पुष्टि नहीं की है.

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