Google पर कोई भी तीन नंबर ‘New Cases’ के साथ लिखकर सर्च करने पर COVID-19 साजिश का खुलासा होता है? यहां जाने फेक दावों की सच्चाई
ट्वीट में लिखा गया है, Google में 100 और 999 के बीच कोई भी संख्या टाइप करें" इसके बाद new cases लिखकर सर्च करें. यह मायने नहीं रखता है कि आप किस नंबर को चुनते हैं, आपको न्यूज आर्टिकल यह दिखाएगा कि एक राज्य में कुल मामलों की संख्या वही है जो आपने टाइप किया गया है. इसे आजमाएं.
जब से कोरोना वायरस महामारी (Coronavirus Pandemic) की शुरुआत हुई है, तब से इस महामारी को लेकर कई फेक थ्योरी सामने आ रही हैं. यहां तक कि दुनिया के अंत के बारे में भी बाते होने लगी और कुछ लोगों ने इस भविष्यवाणी को सच भी माना. कोरोना संकट के इस दौर में हर दिन ऐसी कुछ नई चीजें सामने आ रही हैं. अब, ट्विटर पर कुछ लोगों का मानना है कि बताए गए कोरोना मामलों की संख्या गलत है और यह सब लोगों को डराने के लिए की गई एक बड़ी साजिश है. इस ट्वीट में लोगों को गूगल पर कोई भी तीन नंबर टाइप करने के बाद "new cases" लिखकर सर्च करने को कहा गया है.
ट्वीट में दावा किया गया है कि यह आपको दुनिया में कहीं भी ठीक उसी मामलों के परिणाम दिखाएगा. लेकिन वास्तव में ऐसा कुछ नहीं है. इसमें कोई सच्चाई नहीं है. हालांकि यह स्पष्ट नहीं है कि यह किसने शुरू किया या इसका कोई पहला स्रोत है, लेकिन ट्वीट का दावा है कि न्यूज आर्टिकल्स डेकोरेटेड हैं और इसमें बताई गई संख्याएं फेक हैं. यह भी पढ़ें: गृह मंत्रालय ने कोविड-19 निगरानी समिति का किया गठन? जानें वायरल पोस्ट का सच.
ट्वीट में लिखा गया है, Google में 100 और 999 के बीच कोई भी संख्या टाइप करें" इसके बाद new cases लिखकर सर्च करें. यह मायने नहीं रखता है कि आप किस नंबर को चुनते हैं, आपको न्यूज आर्टिकल यह दिखाएगा कि एक राज्य में कुल मामलों की संख्या वही है जो आपने टाइप किया गया है. इसे आजमाएं. कोई भी 3 अंकों की संख्या. यह सब एक धोखा है."
यह सब धोखा है
क्या यह चमत्कार है?
एक अन्य ट्वीट में लिखा गया है, "Google सभी डेटा में हेरफेर कर रहा है, कुछ अन्य लोगों का कहना है कि यह एक चमत्कार है. लेकिन समझने वाली बात है कि यह एल्गोरिथम कैसे काम करता है. इस तरह के और भी कई ट्वीट हैं. लेकिन क्या यह वास्तव में एक चमत्कार है या संख्याओं में हेरफेर किया गया है? नहीं, दोनों में से कुछ नहीं.
इस बारे में ट्वीटर पर हो रही है बात
इन पर भरोसा न करें
कोरोना महामारी पिछले कई महीनों से है और हर दिन दुनिया भर से इसके नए मामले सामने आ रहे हैं. प्रत्येक नगरपालिका विभाग में रोज नए मामले दर्ज किए जाते हैं जो समाचारों में भी शामिल है. फैक्ट चेकर Snopes ने भी इस दावे को खारिज किया है, जो कोरोनो वायरस मामलों के बारे में प्रकाशित होने वाली लाखों रिपोर्ट्स की कैलकुलेशन करता है.
इसके अलावा, यदि आप इसे दूसरे शब्द के साथ आजमाते हैं. मान लें कि आप दो अंकों की संख्या टाइप करते हैं और उसके बाद goals शब्द को टाइप करते हैं तो Google आपको उसी संख्या वाले फुटबॉल आर्टिकल्स या वीडियो दिखाएगा. तो वास्तव में यह सर्च एल्गोरिथ्म की तरह काम करता है. आपको हमेशा उसके निकटतम आर्टिकल्स मिलेंगे और बहुत सारे आर्टिकल्स मिलेंगे. नए मामलों पर डेली रिपोर्ट और दुनिया भर में कोरोना वायरस से होने वाली मौत केवल यह साबित करती है कि महामारी बहुत बड़ी है. इसलिए ऐसे फेक संदेशों पर विश्वास न करें.