Fact Check: क्या राजस्थान के पुलिसकर्मियों ने लॉकडाउन के बाद हाजिरी लगाने के लिए किया था अजमेर शरीफ दरगाह का दौरा? पुलिस ने कहा- वह कोविड-19 जागरूकता मार्च था

इंटरनेट पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें राजस्थान के अजमेर पुलिस द्वारा कोरोना वायरस के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए एक फ्लैग मार्च को दिखाया गया है. वीडियो में दावा किया गया है कि अजमेर पुलिसकर्मियों ने अपना सम्मान जाहिर करने के लिए अजमेर शरीफ दरगाह का दौरान किया. अजमेर पुलिस ने इस दावे के फर्जी बताते हुए कहा कि वह कोविड-19 जागरूकता मार्च था.

अजमेर पुलिस ने किया अरमेर शरीफ दरगार का दौरा (Photo Credit: Screengrab/File)

Fact Check: कोरोना वायरस प्रकोप (Coronavirus) और लॉकडाउन (Lockdown) को लेकर कई वीडियो व मैसेजेस आए दिन सोशल मीडिया पर वायरल होते रहते हैं. कोरोना संकट (Corona Crisis) के बीच सोशल मीडिया पर वायरल हो रही खबरों में राजस्थान (Rajasthan) से जुड़ी एक खबर सामने आ रही है. दरअसल, इंटरनेट पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें अजमेर पुलिस (Ajmer Police) द्वारा कोरोना वायरस के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए एक फ्लैग मार्च को दिखाया गया है. वीडियो में दावा किया गया है कि अजमेर पुलिसकर्मियों ने मत्था टेककर अपना सम्मान जाहिर करने के लिए अजमेर शरीफ दरगाह (Ajmer Sharif Dargah) का दौरा किया. अजमेर पुलिस ने इस दावे को फर्जी बताते हुए कहा कि वह कोविड-19 जागरूकता मार्च (COVID-19 Awareness March) था.

करीब 30 सेकेंड के वीडियो पर प्रतिक्रिया देते हुए अजमेर पुलिस के अधीक्षक (Superintendent of Ajmer Police) कुंवर राष्ट्रदीप (Kunwar Rashtradeep) ने BOOM के हवाले से बताया कि दरगाह को अभी तक आम जनता के लिए नहीं खोला गया है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि वीडियो में जानलेवा कोरोना वायरस के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए पुलिस विभाग द्वारा फ्लैग मार्च दिखाया गया है.

देखें वीडियो

अजमेर पुलिस द्वारा कोविड-19 जागरूकता मार्च निकाला गया था, इसकी पुष्टि करने के लिए अजमेर पुलिस ने 30 जून के इस इवेंट का वीडियो शेयर किया है. यह भी पढ़ें: Fact Check: वायरल सोशल मीडिया पोस्ट्स में दावा 'साइकिल गर्ल' ज्योति पासवान से बिहार के दरभंगा में ज्यादती के बाद हत्या, जानें फर्जी खबर की सच्चाई

कोविड-19 जागरूकता मार्च

गौरतलब है कि राजस्थान पुलिस द्वारा लॉकडाउन के बाद अजमेर शरीफ हाजिरी लगाने के लिए दौरा करने वाला दावा गलत है. फेसबुक यूजर के दावे को फेक बताते हुए अजमेर पुलिस अधीक्षक कुंवर राष्ट्रदीप ने पुष्टि की कि वीडियो में 29 जून को विभाग द्वारा आयोजित 4 किलोमीटर लंबा कोरोना जागरूकता फ्लैग मार्च दिखाया गया है.

Fact check

Claim

राजस्थान के पुलिसकर्मियों ने लॉकडाउन के बाद हाजिरी लगाने के लिए अजमेर शरीफ दरगाह का दौरा किया था.

Conclusion

अजमेर पुलिस अधीक्षक कुंवर राष्ट्रदीप ने दावे को खारिज करते हुए पुष्टि की है कि यह वीडियो 29 जून को विभाग द्वारा आयोजित कोविड-19 जागरूकता मार्च का है.

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