Super Moon Lunar Eclipse 2019: साल का पहला पूर्ण चंद्र ग्रहण 21 जनवरी को, जानें इसे क्यों कहा जा रहा है 'सुपर ब्लड वुल्फ मून'?

साल 2019 के शुरुआत होते ही साल का पहला पूर्ण चंद्र ग्रहण दिखाई देगा. यह पूर्ण चंद्रग्रहण 21 जनवरी को दिखाई देगा, जिसे सुपर ब्लड वुल्फ मून के रूप में भी जाना जाता है. नए साल के पहले चंद्र ग्रहण पर यह सुपर ब्लड वूल्फ मून लाल तांबे के रंग जैसा नजर आएगा.

लाल तांबे के रंग जैसा चंद्रमा (Photo credits: Twitter/AnawimHayley )

Super Moon Lunar Eclipse 2019: बीते 6 जनवरी को साल का पहला सूर्य ग्रहण (Solar Eclipse) था और अब साल  2019 का पहला चंद्र ग्रहण (Lunar Eclipse) 21 जनवरी को लगने वाला है. यह पूर्ण चंद्र ग्रहण होगा और ग्रहण काल के दौरान चांद लाल तांबे के रंग जैसा नजर आएगा. साल के इस पहले पूर्ण चंद्र ग्रहण में चंद्रमा लाल रंग का नजर आएगा, इसलिए इस खगोलीय घटना को 'सुपर ब्लड वुल्फ मून' (Super Blood Wolf Moon) भी कहा जा रहा है. यह ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा, जबकि इस खगोलीय घटना के अद्भुत नजारे को मध्य प्रशांत महासागर, उत्तरी/दक्षिणी अमेरिका, यूरोप और अफ्रीका में देखा जा सकेगा. भारतीय समयानुसार, यह ग्रहण रात 08:07:34 से अगले दिन 13:07:03 बजे तक रहेगा.

आमतौर पर माना जाता है कि चंद्र ग्रहण पूर्णिमा (Purnima) के दिन ही पड़ता है और साल का पहला चंद्र ग्रहण भी 21 जनवरी को पूर्णिमा के दिन पड़ रहा है, जिसे सुपर ब्लड वुल्फ मून नाम दिया गया है. खगोलीय घटना के अनुसार, कहा जाता है कि सुपरमून या लाल तांबे के रंग जैसा चंद्रमा तब दिखाई देता है जब चांद धरती की छाया से होकर जाता है.

सुपर ब्लड वुल्फ मून (Super Blood Wolf Moon) 20 जनवरी की रात से दिखना शुरू होगा और 21 जनवरी को खत्म होगा. बताया जा रहा है कि तीन खगोलीय घटनाओं के संयोग से बना यह पूर्ण चंद्र ग्रहण रात को आसमान में अद्भुत नजारे दिखाएगा. हालांकि यह ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा, लेकिन जिन क्षत्रों में भी दिखाई देगा वहां इस अद्भुत नजारे को बिना किसी उपकरण के खुली आंखों से देखा जा सकेगा. यह भी पढ़ें: Chandra Grahan 2019: जनवरी 2019 में इस तारीख को दिखेगा साल का पहला पूर्ण चंद्र ग्रहण, जबकि आंशिक चंद्र ग्रहण जुलाई में, बरतें ये सावधानियां

दरअसल, अमेरिकी मूल के भेड़ियों से इस चंद्र ग्रहण का नाम 'सुपर ब्लड वुल्फ मून' लिया गया है. फुल मून को सुपर मून व ब्लड मून भी कहा जाता है और इसी से सुपर ब्लड वुल्फ मून बना है. सुपर मून तब होता है जब फुल मून पृथ्वी के सबसे ज्यादा करीब होता है और आकार में बड़ा नजर देता है.

बहरहाल, अगर आप नए साल पर आसमान में होने वाली इस खगोलीय घटना का अद्भुत नजारा देखना चाहते हैं तो तैयार हो जाइए, क्योंकि 21 जनवरी को सुपर ब्लड वूल्फ मून आ रहा है, जो साल 2019 का पहला पूर्ण चंद्र ग्रहण है.

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