11 जून के बाद नहीं फैलेगा जानलेवा निपाह वायरस: केरल सरकार
देशभर में निपाह वायरस के बढ़ रहे भय के बीच एक राहत की खबर आई है. केरल सरकार ने दावा किया है कि निपाह वायरस अब पूरी तरह से नियंत्रण में है और 11 जून के बाद यह जानलेवा वायरस नहीं फैलेगा. वहीँ केरल में निपाह से मरने वालो की संख्या बढ़कर 17 हो गई है.
नई दिल्ली: देशभर में निपाह वायरस के बढ़ रहे भय के बीच एक राहत की खबर आई है. केरल सरकार ने दावा किया है कि निपाह वायरस अब पूरी तरह से नियंत्रण में है और 11 जून के बाद यह जानलेवा वायरस नहीं फैलेगा. वहीँ केरल में निपाह से मरने वालो की संख्या बढ़कर 17 हो गई है. संक्रमित मरीजों के संपर्क में आए लगभग 2,000 लोगों को निगरानी में रखकर इलाज किया जा रहा है.
मामले की गंभीरता को देखते हुए राज्य के मुख्यमंत्री सीएम पिनरई विजयन ने कल उच्चस्तरीय बैठक बुलाई थी. प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री केके शैलजा ने कहा कि निपाह वायरस के अटैक के दूसरे फेज को लेकर घबराने की जरूरत नहीं है. लेकिन स्क्रीनिंग 30 जून तक जारी रहेगी. वहीँ मुख्य सचिव राजीव सदानंदन ने भी कहा कि 11 जून के बाद यह नहीं फैलेगा.
केरल के कोझिकोड में निपाह वायरस के आतंक को देखते हुए राज्य सरकार ने स्कूल, कॉलेज और अन्य संस्थानों को 12 जून तक बंद ऱखने की घोषणा की है. साथ ही केरल लोक सेवा आयोग ने अपनी सभी लिखित और ऑनलाइन परीक्षाएं 16 जून तक के लिए स्थगित कर दी हैं. नई तारीखों की घोषणा बाद में की जाएगी. बता दें कि केरल में अभी तक निपाह वायरस से लगभग 16 लोगों की मौत हो चुकी है. केरल सरकार ने सभी लोगों को सावधानी बरतने को कहा है.
इस बीच इंडियन होमियोपैथिकमेडिकल एसोसिएशन की केरल इकाई का दावा है कि उन्होंने निपाह वायरस के इलाज के लिए दवा तैयार कर ली है. संगठन के अधिकारी बी उन्नीकृष्णन ने कहा कि होमियोपैथ सभी तरह के बुखार के लिए उचित दवा है और उन्हें संक्रमित मरीजों का इलाज करने की अनुमति दी जानी चाहिए.
एसोसिएशन ने राज्य स्वास्थ्य मंत्री के.के. शैलजा से अनुरोध किया है कि उनके पेशेवरों को उन सभी मरीजों की जांच करने की इजाजत दी जाए, जो निपाह वायरस की जांच में पॉजिटिव पाए गए हैं.