Mounjaro launched in India: मौनजारो भारत में लॉन्च, डायबिटीज और मोटापे के इलाज की नई दवा, जानें कैसे कंट्रोल करता है ब्लड शुगर
वैश्विक फार्मास्युटिकल कंपनी एलआई लिली एंड कंपनी (इंडिया) ने भारत में मौनजारो नामक दवा लॉन्च की है, जो टाइप 2 डायबिटीज और मोटापे के इलाज में प्रभावी साबित हुई है.

नई दिल्ली, 20 मार्च: वैश्विक फार्मास्युटिकल कंपनी एलआई लिली एंड कंपनी (इंडिया) ने भारत में मौनजारो (Tirzepatide) नामक क्रांतिकारी दवा लॉन्च की है, जो टाइप 2 डायबिटीज और मोटापे के इलाज में प्रभावी साबित हुई है.
केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (CDSCO) द्वारा स्वीकृत यह दवा सिंगल-डोज़ वायल्स में उपलब्ध है. 2.5 मिलीग्राम वायल की कीमत ₹3,500, जबकि 5 मिलीग्राम वायल की कीमत ₹4,375 रखी गई है. उपचार की मासिक लागत मरीज की खुराक के अनुसार ₹14,000 से ₹17,500 तक हो सकती है.
मौनजारो को उन व्यक्तियों के लिए अनुशंसित किया गया है जिनका बॉडी मास इंडेक्स (BMI) 30 किग्रा/मी² या उससे अधिक है या जो 27 किग्रा/मी² या अधिक BMI और वजन से संबंधित स्वास्थ्य समस्याओं से ग्रसित हैं. यह टाइप 2 डायबिटीज रोगियों में ब्लड शुगर नियंत्रण को भी सुधारने में मदद करता है.
एलआई लिली इंडिया के प्रेसिडेंट और जीएम, विंसलो टकर ने कहा, "भारत में मोटापा और टाइप 2 डायबिटीज तेजी से एक बड़ी स्वास्थ्य चुनौती बन रहे हैं. लिली सरकार और उद्योग जगत के साथ मिलकर इस बीमारी को रोकने और इसके प्रबंधन में सुधार लाने के लिए प्रतिबद्ध है."
कंपनी के अनुसार, मौनजारो पहली ऐसी दवा है जो GIP (ग्लूकोज-डिपेंडेंट इंसुलिनोट्रोपिक पेप्टाइड) और GLP-1 (ग्लुकागन-लाइक पेप्टाइड-1) रिसेप्टर्स को लक्षित करती है, जिससे मेटाबॉलिक हेल्थ प्रबंधन में नया दृष्टिकोण सामने आता है.
टकर ने आगे कहा, "हम भारत में मोटापा और डायबिटीज से पीड़ित लोगों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए नवाचार लाने के लिए प्रतिबद्ध हैं. मौनजारो का लॉन्च इस मिशन में हमारी महत्वपूर्ण भूमिका को दर्शाता है."
ग्लोबल ट्रायल्स में प्रभावी साबित हुई दवा
मौनजारो ने अंतरराष्ट्रीय क्लिनिकल ट्रायल्स में महत्वपूर्ण वजन घटाने और ब्लड शुगर नियंत्रण के प्रभाव दिखाए हैं. SURMOUNT-1 ट्रायल के तहत, 72 हफ्तों में इस दवा का उच्चतम डोज़ (15 मिलीग्राम) लेने वाले वयस्कों का औसतन 21.8 किग्रा वजन घटा, जबकि 5 मिलीग्राम डोज़ लेने वालों का 15.4 किग्रा वजन कम हुआ. वहीं, प्लेसिबो ग्रुप में यह केवल 3.2 किग्रा था.
इसी तरह, SURPASS प्रोग्राम के तहत टाइप 2 डायबिटीज मरीजों पर किए गए अध्ययनों में मौनजारो ने A1C स्तर को 2.4% तक कम करने में सफलता प्राप्त की, चाहे इसे अकेले लिया जाए या अन्य प्रचलित डायबिटीज दवाओं के साथ मिलाकर.
भारत में लगभग 10.1 करोड़ लोग डायबिटीज से पीड़ित हैं, जिनमें से लगभग आधे खराब ब्लड शुगर नियंत्रण से जूझ रहे हैं. वहीं, 10 करोड़ से अधिक वयस्क मोटापे से ग्रस्त हैं, जो हाइपरटेंशन, हृदय रोग और स्लीप एपनिया सहित 200 से अधिक स्वास्थ्य जटिलताओं से जुड़े हैं.
एलआई लिली इंडिया के सीनियर मेडिकल डायरेक्टर, डॉ. मनीष मिस्त्री ने कहा, "मोटापा और डायबिटीज गंभीर बीमारियां हैं, जो कई घातक स्वास्थ्य समस्याओं से जुड़ी होती हैं. प्रभावी और स्थायी इलाज बेहद जरूरी है. हम भारत में मौनजारो लॉन्च कर बेहद उत्साहित हैं, क्योंकि यह एक नया उपचार दृष्टिकोण प्रदान करता है."
मौनजारो: साप्ताहिक इंजेक्शन के रूप में एक नया उपचार
मौनजारो एक सप्ताह में एक बार लिया जाने वाला इंजेक्शन है, जो GIP और GLP-1 रिसेप्टर्स से जुड़ता है. इसकी द्विआयामी क्रिया इंसुलिन के स्राव और संवेदनशीलता को बढ़ाती है, ग्लूकागन के स्तर को कम करती है, गैस्ट्रिक एम्प्टींग में देरी करती है और भूख को नियंत्रित करने में मदद करती है. इससे वसा घटती है और शरीर का वजन कम होता है, जिससे यह डायबिटीज और मोटापे के इलाज के लिए एक प्रभावी और नवीन विकल्प साबित होता है.