नई दिल्ली, 12 सितंबर (आईएएनएस): एक शोध से यह बात सामने आई है कि जो बच्चे स्क्रीन पर ज्यादा समय बिताते है, उनकी शब्दावली कमजोर होती है. वहीं वीडियो गेम का बच्चों के मस्तिष्क के विकास पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है. एस्टोनिया के वैज्ञानिकों ने 400 से ज्यादा बच्चों के माता-पिता से उनके स्क्रीन उपयोग, उनके बच्चों के स्क्रीन उपयोग और उनके बच्चों के भाषा कौशल के बारे में सर्वेक्षण किया. फ्रंटियर्स इन डेवलपमेंटल साइकोलॉजी में प्रकाशित निष्कर्षों में पाया गया कि जो माता-पिता स्क्रीन पर बहुत ज्यादा समय बिताते हैं, उतना ही उनके बच्चे भी इसका उपयोग करते है. यह भी पढ़ें: वीकेंड पर ज्यादा सोना आपके लिए हो सकता है फायदेमंद, हार्ट की बीमारियाँ हो सकती है दूर
एस्टोनिया के टार्टू विश्वविद्यालय की प्रमुख लेखक डॉ. तिया टुलविस्टे ने कहा, "शोध से पता चलता है कि जीवन के पहले वर्षों के दौरान सबसे प्रभावशाली चीज माता-पिता और बच्चे के बीच रोजाना होने वाली आमने-सामने की मौखिक बातचीत होती है.''ढाई से चार साल की उम्र के 421 बच्चों के सर्वेक्षण में टीम ने माता-पिता से यह अनुमान लगाने के लिए कहा कि परिवार का प्रत्येक सदस्य प्रतिदिन अलग-अलग स्क्रीन डिवाइस का उपयोग करते हुए कितना समय व्यतीत करता है. माता-पिता से उनके बच्चों की भाषा क्षमता का मूल्यांकन करने के लिए एक प्रश्नावली भरने के लिए भी कहा गया.
शोधकर्ताओं ने बच्चों और वयस्कों दोनों को तीन स्क्रीन उपयोग समूहों में विभाजित किया, जिसमें उच्च, निम्न और मध्यम शामिल है. उन्होंने पाया कि जो माता-पिता स्क्रीन का बहुत अधिक उपयोग करते हैं, उनके बच्चे भी स्क्रीन का बहुत अधिक उपयोग करते हैं. इन बच्चों के भाषा विकास का विश्लेषण करते हुए, टीम ने पाया कि स्क्रीन का कम इस्तेमाल करने वाले बच्चों ने व्याकरण और शब्दावली दोनों में उच्च स्कोर हासिल किया. स्क्रीन के किसी भी प्रकार के उपयोग का बच्चों के भाषा कौशल पर सकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ा.
टुलविस्टे ने कहा कि ई-पुस्तकें पढ़ना और शैक्षिक खेल खेलना, विशेष रूप से बड़े बच्चों के लिए भाषा सीखने के अवसर प्रदान कर सकता है. शोधकर्ता ने कहा, '' वीडियो गेम के लिए स्क्रीन का उपयोग करने से बच्चों के भाषा कौशल पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा.''