Veer Savarkar Jayanti 2024 Quotes: महान क्रांतिकारी वीर सावरकर की जयंती पर शेयर करें उनके ये 10 अनमोल विचार
विनायक दामोदर सावरकर की माता राधाबाई सावरकर और पिता दामोदर पंत सावरकर थे, उनके माता-पिता की चार संतानें थीं, जिसमें तीन भाई और एक बहन थीं. उनकी प्रारंभिक शिक्षा नासिक स्थित शिवाजी स्कूल से हुई थी. वीर सावरकर जयंती पर आप उनके इन 10 अनमोल विचारों को अपनों संग शेयर कर उन्हें याद कर सकते हैं.
Veer Savarkar Jayanti 2024 Quotes: अंग्रेजों के खिलाफ भारत की आजादी की लड़ाई के प्रमुख स्वतंत्रता सेनानियों में एक विनायक दामोदर सावरकर (Vinayak Damodar Savarkar) का जन्म 28 मई 1883 को महाराष्ट्र (Maharashtra) के नासिक (Nashik) स्थित भगुर गांव में हुआ था. सावरकर अंग्रेजी हुकूमत के साथ-साथ विदेशों से आई वस्तुओं के भी विरोधी थे. उन्होंने साल 1905 में दशहरा के दिन विदेश से आई सभी वस्तुओं और कपड़ों को जलाना शुरु कर दिया. उन्होंने साल 1857 की क्रांति पर ‘द इंडियन वॉर ऑफ इंडिपेंडेंस’ किताब लिखी, जिसमें उन्होंने गुर्रिला वार स्टाइल का उल्लेख किया था. बताया जाता है कि युद्ध की इस रणनीति को सावरकर ने लंदन में सीखा था. हालांकि इस इस किताब को ब्रिटिश सरकार ने प्रकाशित नहीं होने दिया था, लेकिन मैडम भीकाजी कामा ने इसे प्रकाशित कर दिया, फिर नीदरलैंड, जर्मनी और फ्रांस में इसकी प्रतियां बांटी गईं.
विनायक दामोदर सावरकर की माता राधाबाई सावरकर और पिता दामोदर पंत सावरकर थे, उनके माता-पिता की चार संतानें थीं, जिसमें तीन भाई और एक बहन थीं. उनकी प्रारंभिक शिक्षा नासिक स्थित शिवाजी स्कूल से हुई थी. सावरकर बचपन से ही बागी प्रवृत्ति के थे और 11 वर्ष की आयु में उन्होंने ̔वानर सेना बनाई थी. वीर सावरकर जयंती पर आप उनके इन 10 अनमोल विचारों को अपनों संग शेयर कर उन्हें याद कर सकते हैं.
बता दें कि नासिक जिले के कलेक्टर जैकसन की हत्या के लिए नासिक षडयंत्र कांड के आरोप में उन्हें 7 अप्रैल 1911 को काला पानी की सजा सुनाई गई थी. वे 4 जुलाई 1911 से 21 मई 1921 तक पोर्ट ब्लेयर की जेल में रहे. बताया जाता है कि पत्रकार, शिक्षाविद, लेखर, कवि और नाटक व फिल्मकार प्रल्हाद केशव अत्रे ने सावरकर को ‘स्वातंत्र्यवीर’ की उपाधि दी थी, लेकिन बाद में सिर्फ वीर टाइटल उनके नाम के साथ जुड़ गया.