Vaikuntha Chaturdashi 2024 Messages: बैकुंठ चतुर्दशी की इन हिंदी Quotes, WhatsApp Wishes, Facebook Greetings के जरिए दें शुभकामनाएं

बैकुंठ चतुर्दशी पूरे साल का एक ऐसा दिन होता है, जब हरि-हर यानी भगवान विष्णु और भगवान शिव की पूजा संयुक्त रूप से होती है. इसी दिन योगनिद्रा से बाहर आए भगवान विष्णु को भगवान शिव से संसार के संचालन का कार्य दोबारा मिलता है. ऐसे में इस खास अवसर पर आप इन हिंदी मैसेजेस, कोट्स, वॉट्सऐप विशेज, फेसबुक ग्रीटिंग्स को भेजकर अपनों को बैकुंठ चतुर्दशी की शुभकामनाएं दे सकते हैं.

Vaikuntha Chaturdashi 2024 Messages in Hindi: देव दीपावली (Dev Deepawali) से ठीक एक दिन पहले यानी कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी को बैकुंठ चतुर्दशी या वैकुंठ चतुर्दशी (Vaikuntha Chaturdashi) का पर्व मनाया जाता है. यह दिन वैकुंठाधिपति भगवान विष्णु (Bhagwan Vishnu) और देवों के देव महादेव (Mahadev) को समर्पित है. इस दिन हरि-हर यानी भगवान विष्णु और भगवान शिव की संयुक्त पूजा की जाती है. बैकुंठ चतुर्दशी का नाम भगवान विष्णु के दिव्य निवास स्थान, वैकुंठ धाम से लिया गया है. ऐसी मान्यता है कि इस दिन जो भी व्यक्ति व्रत रखकर भगवान विष्णु और भगवान शिव की पूजा करता है, उसे पापों से मुक्ति मिलती है और मृत्यु के बाद बैकुंठ धाम में स्थान प्राप्त होता है. इस साल बैकुंठ चतुर्दशी का त्योहार 14 नवंबर 2024 को मनाया जा रहा है.

बैकुंठ चतुर्दशी पूरे साल का एक ऐसा दिन होता है, जब हरि-हर यानी भगवान विष्णु और भगवान शिव की पूजा संयुक्त रूप से होती है. इसी दिन योगनिद्रा से बाहर आए भगवान विष्णु को भगवान शिव से संसार के संचालन का कार्य दोबारा मिलता है. ऐसे में इस खास अवसर पर आप इन हिंदी मैसेजेस, कोट्स, वॉट्सऐप विशेज, फेसबुक ग्रीटिंग्स को भेजकर अपनों को बैकुंठ चतुर्दशी की शुभकामनाएं दे सकते हैं.

1- ​नाचेगी धरती, झुमेगा गगन
जब होगा हरि से हर का मिलन.
बैकुंठ चतुर्दशी की शुभकामनाएं

बैकुंठ चतुर्दशी 2024 (Photo Credits: File Image)

2- हजारों पाप से मुक्ति पाने के लिए,
करें बैकुंठ चतुर्दशी का व्रत,
आपको और आपके पूरे परिवार को,
बैकुंठ चतुर्दशी की शुभकामनाएं

बैकुंठ चतुर्दशी 2024 (Photo Credits: File Image)

3- हर-हर महादेव, शंकर भगवान,
आपकी हर इच्छा,
मनोकामना को पूरी करें,
यही दिल से दुआ है.
बैकुंठ चतुर्दशी की शुभकामनाएं

बैकुंठ चतुर्दशी 2024 (Photo Credits: File Image)

4- बैकुंठ चतुर्दशी को होता है हरि-हर मिलन,
एक साथ होती है हरि-हर की पूजा,
शिव और श्रीहरि के संयुक्त पूजन से,
मिलता है बैकुंठ धाम में स्थान.
बैकुंठ चतुर्दशी की शुभकामनाएं

बैकुंठ चतुर्दशी 2024 (Photo Credits: File Image)

5- आपके घर सदा भोलेनाथ और,
विष्णु भगवान की कृपा बनी रहे.
बैकुंठ चतुर्दशी की शुभकामनाएं

बैकुंठ चतुर्दशी 2024 (Photo Credits: File Image)

बैकुंठ चतुर्दशी पर भगवान विष्णु की पूजा निशीथकाल में की जाती है. इस दिव्य अवसर पर भक्त विष्णु सहस्रनाम, अर्थात भगवान विष्णु के एक हजार नामों का पाठ करते हुए उन्हें एक हजार कमल पुष्प अर्पित करते हैं. इस दिन सुबह स्नानादि निवृत्त होकर व्रत का संकल्प लेना चाहिए और विधि-विधान से हरि-हर की पूजा करनी चाहिए. प्रचलित मान्यताओं के अनुसार, इस दिन किए गए दान, जप आदि का दस यज्ञों के समान फल प्राप्त होता है और भक्तों की मनोकमनाएं पूरी होती हैं.

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