Uttarayan 2023 HD Images: हैप्पी उत्तरायण! प्रियजनों संग शेयर करें ये आकर्षक WhatsApp Stickers, GIF Greetings, Photos और Wallpapers

जब सूर्य उत्तरी गोलार्ध में होते हैं तो दिन बड़े होने लगते हैं और सूर्य का प्रकाश अधिक मात्रा में हमें प्राप्त होता है. सूर्य के इसी प्रकाश से फसलें पकती हैं, समुद्र का पानी भाप बनकर उड़ता है और बारिश होती है. इन्ही वजहों से सूर्य का उत्तरी गोलार्ध में आना बेहद शुभ माना जाता है. इस अवसर पर आप इन आकर्षक एचडी इमेजेस, वॉट्सऐप स्टिकर्स, जीआईएफ ग्रीटिंग्स, वॉलपेपर्स के जरिए प्रियजनों से हैप्पी उत्तरायण कह सकते हैं.

उत्तरायण 2023 (Photo Credits: File Image)

Happy Uttarayan 2023 HD Images: जब सूर्यदेव (Surya Dev) धनु राशि से निकल कर अपने पुत्र शनिदेव (Shani Dev) की राशि मकर में प्रवेश करते हैं तो देशभर में मकर संक्रांति (Makar Sankranti) का त्योहार मनाया जाता है. भारत के अलग-अलग हिस्सों में इस पर्व को विभिन्न नामों और परंपराओं के साथ सेलिब्रेट किया जाता है. गुजरात (Gujarat) में मकर संक्रांति को उत्तरायण (Uttarayan) के नाम से मनाया जाता है, जिसका हिंदू धर्म में विशेष महत्व बताया जाता है. जब सूर्यदेव मकर से मिथुन राशि में रहते हैं तो इस समय वो पृथ्वी के उत्तरी गोलार्ध की ओर गति करते हैं, जिसे उत्तरायण कहते हैं. जब सूर्यदेव कर्क से धनु राशि में रहते हैं, तो इस स्थिति को दक्षिणायन कहते हैं.

जब सूर्य उत्तरी गोलार्ध में होते हैं तो दिन बड़े होने लगते हैं और सूर्य का प्रकाश अधिक मात्रा में हमें प्राप्त होता है. सूर्य के इसी प्रकाश से फसलें पकती हैं, समुद्र का पानी भाप बनकर उड़ता है और बारिश होती है. इन्ही वजहों से सूर्य का उत्तरी गोलार्ध में आना बेहद शुभ माना जाता है. इस अवसर पर आप इन आकर्षक एचडी इमेजेस, वॉट्सऐप स्टिकर्स, जीआईएफ ग्रीटिंग्स, वॉलपेपर्स के जरिए प्रियजनों से हैप्पी उत्तरायण कह सकते हैं.

1- उत्तरायण की शुभकामनाएं

उत्तरायण 2023 (Photo Credits: File Image)

2- उत्तरायण की हार्दिक बधाई

उत्तरायण 2023 (Photo Credits: File Image)

3- हैप्पी उत्तरायण

उत्तरायण 2023 (Photo Credits: File Image)

4- उत्तरायण 2023

उत्तरायण 2023 (Photo Credits: File Image)

5- शुभ उत्तरायण

उत्तरायण 2023 (Photo Credits: File Image)

हिंदू धर्म में उत्तरायण को बहुत शुभ माना जाता है, क्योंकि उत्तरायण से देवताओं के दिन की शुरुआत होती है, जबकि दक्षिणायन को देवताओं की रात कहा जाता है. उत्तरायण को सकारात्मकता का प्रतीक भी माना जाता है, क्योंकि इस समय सूर्य की रोशनी अधिक समय तक पृथ्वी पर रहती है. मकर संक्रांति पर सूर्य देव का मकर राशि में गोचर करना अंधकार से प्रकाश की ओर अग्रसर होना माना जाता है, इसलिए मकर संक्रांति के दिन सूर्य देव की विशेष पूजा की जाती है.

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