Shab-e-Qadr Mubarak 2023 Wishes: शब-ए-कद्र पर ये WhatsApp Stickers, GIF Greetings और HD Wallpapers भेजकर दें मुबारकबाद
लैलात अल-क़द्र (लैलात-उल-क़द्र) या शब-ए-क़द्र एक इस्लामी अनुष्ठान है, जिसे अंग्रेजी में नाइट ऑफ़ डिक्री, नाइट ऑफ़ डेस्टिनी, नाइट ऑफ़ पॉवर, और नाइट ऑफ़ वैल्यू, नाइट ऑफ़ आशीर्वाद के रूप में प्रस्तुत किया जाता है. मुसलमानों का मानना है कि इन रातों के दौरान वे जो कुछ भी चाहते हैं वह उनकी दुआ के माध्यम से प्राप्त होता है...
Shab-e-Qadr Mubarak 2023 Wishes: लैलात अल-क़द्र (लैलात-उल-क़द्र) या शब-ए-क़द्र एक इस्लामी अनुष्ठान है, जिसे अंग्रेजी में नाइट ऑफ़ डिक्री, नाइट ऑफ़ डेस्टिनी, नाइट ऑफ़ पॉवर, और नाइट ऑफ़ वैल्यू, नाइट ऑफ़ आशीर्वाद के रूप में प्रस्तुत किया जाता है. मुसलमानों का मानना है कि इन रातों के दौरान वे जो कुछ भी चाहते हैं वह उनकी दुआ के माध्यम से प्राप्त होता है. इस वर्ष ये रात्रि 12, 14, 16, 18 और 20 अप्रैल को पांच शुभ रात्रियों में पड़ेगी. शब-ए-क़द्र, जिसे लैलात अल-क़द्र के नाम से भी जाना जाता है, इस्लाम की सबसे पवित्र रातों में से एक है. शब-ए-कद्र के दिन मुस्लिम समुदाय के लोग विशेष नमाज अदा करते हैं और अपने सभी गुनाहों की माफी मांगते हैं. वे पूरी रात जागते रहते हैं.
शब-ए-क़द्र उस रात का प्रतीक है, जब पवित्र कुरान के पहले छंद पैगंबर मुहम्मद के लिए प्रकट हुए थे. माना जाता है कि इस दिन पूजा करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं. जैसे-जैसे पवित्र रमजान का महीना खत्म हो रहा है और, पवित्र अवधि के अंत को चिह्नित करने के लिए, देश भर के मुसलमान शब-ए-क़द्र (लैलत उल-क़द्र) का पालन करेंगे. यहां कुछ Wishes और Quotes दिए गए हैं, जिन्हें आप शब-ए-क़द्र 2023 पर हमारे दोस्तों और परिवार के साथ साझा कर सकते हैं.
1. इस शब-ए-क़द्र की रात में,
हम नमाज़ पर ध्यान दें और
अल्लाह का शुक्रगुज़ार होना न भूलें
2. जो कोई इस रात को ईमान और सवाब की उम्मीद में
नमाज़ अदा करता है,
उसके पिछले गुनाह माफ़ कर दिए जाते हैं.
शब-ए-क़द्र मुबारक
3. शब-ए-क़द्र मुबारक हो मेरे प्यारे दोस्त.
आपकी जिंदगी रमज़ान के महीने की तरह नेकियों से भरी रहे
4. यह शब-ए-क़द्र, अल्लाह आपको हमेशा से ज्यादा अच्छाई दे
और आपके दिल को दीन के ज्ञान से भर दे
शब-ए-क़द्र मुबारक
5. आज के मुबारक दिन के सदक़े अल्लाह पाक आपको वो ख़ुशियां दे
जिसकी दुआ आप हमेशा करते हैं अमीन!
शब-ए-क़द्र मुबारक
शब-ए-क़द्र उस अवसर की याद में मनाया जाता है जब मुसलमानों की पवित्र पुस्तक कुरान को स्वर्ग से पृथ्वी पर भेजा गया था और इसी रात को पैगंबर मुहम्मद को कुरान की पहली आयत का पता चला था. शब-ए-क़द्र रमज़ान के आखिरी दस दिनों में विषम संख्या वाली रातों में से एक है. इस साल शब-ए-कद्र 28 अप्रैल शुक्रवार रात से 29 अप्रैल शनिवार सुबह तक मनाया जाएगा.