National Daughter's Day 2024 Wishes: राष्ट्रीय बेटी दिवस की इन हिंदी WhatsApp Messages, Quotes, Facebook Greetings के जरिए दें शुभकामनाएं
भारत के अलावा कई संस्कृतियों में बेटों को ऐतिहासिक रूप से प्रथम उत्तराधिकारी के रूप में देखा जाता है. ऐसे में राष्ट्रीय बेटी दिवस इस तरह की पारंपरिक रूढ़ियों को तोड़ने और परिवार व सामाजिक संरचनाओं में बेटियों के बराबर महत्व पर जोर देने का प्रयास करता है. राष्ट्रीय बेटी दिवस पर आप इन हिंदी विशेज, वॉट्सऐप मैसेजेस, कोट्स, फेसबुक ग्रीटिंग्स के जरिए बेटियों के प्रति प्यार व सम्मान जाहिर कर सकते हैं.
National Daughter's Day 2024 Wishes in Hindi: दुनिया भर के माता-पिता और उनकी बेटियों के बीच अनोखे व अटूट रिश्ते का सम्मान करने के लिए हर साल सितंबर महीने के चौथे रविवार को राष्ट्रीय बेटी दिवस यानी नेशनल डॉटर्स डे (National Daughter's Day) सेलिब्रेट किया जाता है. इस साल राष्ट्रीय बेटी दिवस 22 सितंबर 2024 को मनाया जा रहा है. भारत में यह दिन इसलिए भी खास है, क्योंकि यह परिवार और समाज में बेटियों (Daughter's) के प्रति प्यार, सम्मान और उनके महत्व को दर्शाता है. इस दिवस को पहली बार साल 2007 में मनाया गया था, तब से लेकर हर साल इसे बेटियों के सम्मान में मनाया जाता है. राष्ट्रीय बेटी दिवस बेटियों के प्रति प्यार, कृतज्ञता और प्रशंसा व्यक्त करने के लिए मनाया जाता है.
भारत के अलावा कई संस्कृतियों में बेटों को ऐतिहासिक रूप से प्रथम उत्तराधिकारी के रूप में देखा जाता है. ऐसे में राष्ट्रीय बेटी दिवस इस तरह की पारंपरिक रूढ़ियों को तोड़ने और परिवार व सामाजिक संरचनाओं में बेटियों के बराबर महत्व पर जोर देने का प्रयास करता है. राष्ट्रीय बेटी दिवस के इस खास अवसर पर आप इन हिंदी विशेज, वॉट्सऐप मैसेजेस, कोट्स, फेसबुक ग्रीटिंग्स के जरिए बेटियों के प्रति प्यार व सम्मान जाहिर कर सकते हैं.
Beti Diwas 2024
1- लक्ष्मी का रूप हैं बेटियां,
सरस्वती का मान हैं बेटियां,
शक्ति का प्रतीक हैं बेटियां,
धरती पर वरदान हैं बेटियां.
हैप्पी डॉटर्स डे
2- खिलती हुईं कलियां हैं बेटियां,
मां-बाप का दर्द समझती हैं बेटियां,
घर को रोशन करती हैं बेटियां,
लड़के आज हैं तो आने वाला कल हैं बेटियां.
हैप्पी डॉटर्स डे
3- देवी का रूप हैं बेटियां,
देवों का मान हैं बेटियां,
परिवार के कुल को जो रोशन करें,
वो चिराग हैं बेटियां.
हैप्पी डॉटर्स डे
4- जिनके घरों में बेटियां होती हैं,
उनके घरों को चिरागों की जरूरत नहीं पड़ती है.
हैप्पी डॉटर्स डे
इसमें कोई दो राय नहीं है कि ऐतिहासिक रूप से कई संस्कृतियां पितृसत्तात्मक रही हैं, इसलिए बेटों की तुलना में बेटियों को कम आंका जाता रहा है. भारत में यह असमानता स्पष्ट रूप से दिखाई देती है, क्योंकि लड़कों को ज्यादा प्राथमिकता दी जाती है. हालांकि समय के साथ-साथ लैंगिक समानता को लेकर लोगों में जागरुकता बढ़ी है. ऐसे में दुनियाभर की सरकारों और संगठनों द्वारा बेटियों के प्रति प्यार, सम्मान जाहिर करने के साथ ही उनके महत्व को समझाने के लिए इस दिवस को मनाया जाता है.