Independence Day 2024 Messages: हैप्पी इंडिपेंडेंस डे! इन हिंदी Shayaris, WhatsApp Wishes, GIF Greetings, Photos के जरिए मनाएं आजादी का जश्न
स्वतंत्रता दिवस का दिन हर हिंदुस्तानी के लिए काफी मायने रखता है, इसलिए हर कोई इस दिन भारतीय तिरंगे के रंग में सराबोर नजर आता है. लोग जाति-धर्म और मजहब को भुलाकर एक साथ राष्ट्रध्वज तिरंगे को सलाम सलाम करते हैं. ऐसे में इस खास अवसर पर आप इन हिंदी मैसेजेस, शायरी, वॉट्सऐप विशेज, जीआईएफ ग्रीटिंग्स, फोटोज को भेजकर अपनों से हैप्पी इंडिपेंडेंस डे कह सकते हैं.
Independence Day 2024 Messages in Hindi: 15 अगस्त (15th August) यानी स्वतंत्रता दिवस (Independence Day) का दिन हर हिंदुस्तानी के लिए बेहद खास होता है, क्योंकि यही वो ऐतिहासिक दिन है, जब सन 1947 को ब्रिटिश हुकूमत की गुलामी से भारत देश को आजादी मिली थी. इसी दिन भारत से अंग्रेजी शासन का अंत हुआ था और स्वतंत्र भारत की स्थापना हुई थी. बता दें कि 100 साल ईस्ट इंडिया कंपनी और 100 साल के ब्रिटिश क्राउन को मिलाकर अंग्रेजों ने कुल 200 सालों तक भारत पर राज किया. हालांकि अंग्रेजी हुकूमत को खत्म करने के लिए देश के कई वीर स्वतंत्रता सेनानियों और क्रांतिकारियों ने न सिर्फ बड़े-बड़े आंदोलन किए, बल्कि कई वीरों ने हंसते-हंसते आजादी के लिए अपने प्राण तक न्योछावर कर दिए. उनके त्याग, समर्पण और बलिदान की वजह से ही भारत को आजादी मिली. भारत की आजादी को 77 साल पूरे हो चुके हैं और इस साल 78वां स्वतंत्रता दिवस मनाया जा रहा है.
स्वतंत्रता दिवस का दिन हर हिंदुस्तानी के लिए काफी मायने रखता है, इसलिए हर कोई इस दिन भारतीय तिरंगे के रंग में सराबोर नजर आता है. लोग जाति-धर्म और मजहब को भुलाकर एक साथ राष्ट्रध्वज तिरंगे को सलाम सलाम करते हैं. इस दिन देशभक्ति के गीत गाए जाते हैं और शुभकामना संदेशों का आदान-प्रदान किया जाता है. ऐसे में इस खास अवसर पर आप इन हिंदी मैसेजेस, शायरी, वॉट्सऐप विशेज, जीआईएफ ग्रीटिंग्स, फोटोज को भेजकर अपनों से हैप्पी इंडिपेंडेंस डे कह सकते हैं.
गौरतलब है कि अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ पहली बार सन 1857 में रानी लक्ष्मीबाई, तात्या टोपे और मंगल पांडे जैसे वीरों के नेतृत्व में विद्रोह शुरु हुआ था, भले ही यह विद्रोह असफल रहा, लेकिन इस विद्रोह ने अंग्रेजी शासन की नींव हिलाकर रख दी थी. 1857 के विद्रोह के बाद भारत के कई वीर सपूतों ने स्वराज के लिए अंग्रेजों के खिलाफ बगावत की. आखिरकार वीरों के त्याग, बलिदान और आंदोलनों की बदौलत भारत को दो भागों में बंटकर आजादी मिली. 14 अगस्त 1947 को भारत से अलग होकर पाकिस्तान आजाद हुआ तो उसके ठीक एक दिन बाद 15 अगस्त 1947 को भारत अंग्रेजों की गुलामी से पूरी तरह से आजाद हो गया.