Happy Shivaji Jayanti Greetings 2021: शिवाजी जयंती पर ये WhatsApp Stickers, GIF Greetings, Photo SMS भेजकर दें बधाई
शिवाजी जयंती हर साल 19 फरवरी को मनाई जाती है. शिवाजी जयंती या शिवाजी महाराज का जन्मदिन महाराष्ट्र में राजसी पैमाने पर मनाया जाता है. शिवाजी का जन्म 19 फरवरी, 1630 को हुआ था. उनके माता-पिता जीजाबाई और शाहजी भोंसले ने उनका नाम स्थानीय देवी शिवाइ के नाम पर शिवाजी रखा था.
शिवाजी जयंती (Shivaji Jayanti) हर साल 19 फरवरी को मनाई जाती है. शिवाजी जयंती या शिवाजी महाराज का जन्मदिन महाराष्ट्र में राजसी पैमाने पर मनाया जाता है. शिवाजी का जन्म 19 फरवरी, 1630 को हुआ था. उनके माता-पिता जीजाबाई और शाहजी भोंसले ने उनका नाम स्थानीय देवी शिवाइ के नाम पर शिवाजी रखा था. शिवाजी मराठा राष्ट्र के निर्माता थे. उन्होंने मयाल, कोंकण और देश क्षेत्रों के मराठा प्रमुखों को एकजुट करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. उन्होंने अपने कब्जे वाले क्षेत्रों की महिलाओं की भी रक्षा की. उनके शासन में किसी को भी महिलाओं को नुकसान पहुंचाने की अनुमति नहीं थी. उनके राज्य में महिलाओं के खिलाफ अपराधों के लिए सख्त सजा थी. शिवाजी एक कट्टर हिंदू थे और संतों के प्रति बहुत सम्मान रखते थे. वे समर्थ रामदास (Samarath Ramadas) के बहुत बड़े प्रशंसक थे और यहां तक कि उन्हें पराली का किला भी दिया. इसे बाद में सज्जनगढ़ नाम दिया गया. संत ने प्रसिद्ध कविता शिवस्तुति (राजा शिवाजी की प्रशंसा) भी लिखी थी.
उनका जन्म पुणे के शिवनेरी किले में हुआ था. महाराणा प्रताप की तरह छत्रपति शिवाजी को राष्ट्रवाद और 'मराठा गौरव' के प्रतीक के रूप में माना जाता है. शिवाजी महाराज ने पूरे भारत में एक संप्रभु स्वतंत्र शासन स्थापित करने का प्रयास किया. महाराष्ट्र में इस दिन को बहुत ही धूम धाम से मनाया जाता है. इस दिन ग्रीटिंग्स और विशेज भेजकर शिवाजी जयंती की बधाई दी जाती है. आप भी अगर शिव जयन्ती की बधाई देना चाहते हैं तो नीचे दिए गए मैसेजेस भेजकर दे सकते हैं. यह भी पढ़ें: Shiv Jayanti 2020 Wishes: इन प्रेरणादायी हिंदी कोट्स, Hike Stickers, Facebook Greetings, GIF Images और WhatsApp Status के जरिए अपनों को दें शिव जयंती की शुभकामनाएं
1. हैप्पी शिवाजी महाराज जयंती
2. शिवाजी जयंती की शुभकामनाएं
3. शिवाजी जयंती की हार्दिक शुभकामनाएं
4. शिवाजी जयंती की बधाई
5. आपको और आपके परिवार को शिवाजी
जयंती की बधाई
सदियां बीत चुकी हैं, कई साम्राज्य के राजा आए और गए लेकिन भारत के लोगों के मन में शिवाजी की महानता जीवित है. शिवाजी ने फ़ारसी का उपयोग करने के बजाय अदालत और प्रशासन में मराठी और संस्कृत के उपयोग को बढ़ावा दिया था. हमारी ओर से आप सभी को शिवाजी जयंती की शुभकामनाएं!