Happy Holi 2023 HD Images: होली के इन शानदार WhatsApp Stickers, GIF Greetings, Photos, Wallpapers के जरिए दें हार्दिक बधाई
होली सिर्फ रंगों का ही त्योहार नहीं है, बल्कि यह पर्व बुराई पर अच्छाई और अधर्म पर धर्म की जीत का प्रतीक भी है. होली पर एक-दूसरे को रंगों से सराबोर करने के अलावा लोग इस पर्व की बधाई भी देते हैं. ऐसे में इस खास अवसर पर आप भी इन शानदार एचडी इमेजेस, वॉट्सऐप स्टिकर्स, जीआईएफ ग्रीटिंग्स, फोटोज, वॉलपेपर्स के जरिए होली की हार्दिक बधाई दे सकते हैं.
Happy Holi 2023 HD Images: देश के विभिन्न हिस्से में होली (Holi) के त्योहार को लोग अपनी-अपनी स्थानीय परंपराओं व मान्यताओं के अनुसार मनाते हैं. आज (08 मार्च 2023) देशभर में रंगो का त्योहार (Festival of Colours) मनाया जा रहा है और हर कोई अबीर-गुलाल में सराबोर नजर आ रहा है. मध्य प्रदेश के मालवा अंचल में होली के पांचवें दिन रंग पंचमी मनाई जाती है, जो मुख्य होली से भी अधिक धूमधाम से मनाई जाती है. ब्रज की होली, बरसाना की लठमार होली तो विश्व प्रसिद्ध है, जबकि मथुरा और वृंदावन में होली के त्योहार को 15 दिनों तक मनाया जाता है. हरियाणा में भाभी-देवर की होली, महाराष्ट्र में सूखे गुलाल की होली काफी फेमस है. इसके अलावा गुजरात, छत्तीसगढ़ और देश के विभिन्न क्षेत्रों में लोग अपनी पारंपरिक रीति-रिवाजों के हिसाब से होली मनाते हैं.
होली सिर्फ रंगों का ही त्योहार नहीं है, बल्कि यह पर्व बुराई पर अच्छाई और अधर्म पर धर्म की जीत का प्रतीक भी है. होली पर एक-दूसरे को रंगों से सराबोर करने के अलावा लोग इस पर्व की बधाई भी देते हैं. ऐसे में इस खास अवसर पर आप भी इन शानदार एचडी इमेजेस, वॉट्सऐप स्टिकर्स, जीआईएफ ग्रीटिंग्स, फोटोज, वॉलपेपर्स के जरिए होली की हार्दिक बधाई दे सकते हैं.
1- होली की शुभकामनाएं
2- होली की हार्दिक बधाई
3- होली 2023
4- हैप्पी होली
5- शुभ होली
फाल्गुन पूर्णिमा के दिन बुराई पर अच्छाई की जीत के प्रतीक के तौर पर होलिका दहन किया जाता है. होली से जुड़ी पौराणिक कथा के अनुसार, असुर हिरण्यकश्यप का पुत्र प्रह्लाद भगवान विष्णु का परम भक्त था, इसलिए उसने बालक प्रह्लाद को भगवान की भक्ति से विमुख करने का जिम्मा अपनी बहन होलिका को सौंपा, जिसे अग्नि में न जलने का वरदान प्राप्त था. प्रह्लाद को मारने के उद्देश्य से होलिका उसे अपनी गोद में लेकर अग्नि में बैठ गई, लेकिन भगवान विष्णु ने प्रह्लाद की रक्षा की, जबकि होलिका खुद ही अग्नि में जलकर भस्म हो गई. तब से होलिका दहन की परंपरा चली आ रही है और उसके अगले दिन रंगों वाली होली खेली जाती है.