Gujarat Day 2022 Wishes: हैप्पी गुजरात दिवस! शेयर करें ये आकर्षक WhatsApp Stickers, Facebook Greetings, GIF Images और वॉलपेपर्स

गुजरात दिवस पर राज्य में भव्य परेड, विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. इन कार्यक्रमों के जरिए गुजरात की संस्कृति, परंपरा और इसके गौरवशाली इतिहास से रूबरू कराया जाता है. इस खास अवसर पर आप इन आकर्षक हिंदी विशेज, वॉट्सऐप स्टिकर्स, फेसबुक ग्रीटिंग्स, जीआईएफ इमेजेस और वॉलपेपर्स को शेयर करके हैप्पी गुजरात दिवस कह सकते हैं.

गुजरात दिवस 2022 (Photo Credits: File Image)

Gujarat Day 2022 Wishes in Hindi: प्राचीनता एवं ऐतिहासिकता के नजरिए से गुजरात (Gujarat) को भारत का एक बहुत महत्वपूर्ण राज्य माना जाता है, जिसकी उत्तरी-पश्चिमी सीमा पाकिस्तान (Pakistan) से लगी हुई है. गुजरात का क्षेत्रफल 1,96,024 वर्ग किलोमीटर है. ऐसा माना जाता है कि इस राज्य में मानव सभ्यता का विकास 5 हजार साल पहले ही हो चुका था, इसलिए ऐतिहासिक नजरिए से यह राज्य काफी महत्वपूर्ण स्थान रखता है. ऐसे में इस राज्य की स्थापना दिवस (Gujarat Day) का जश्न हर साल 1 मई को बहुत धूमधाम से मनाया जाता है. गुजरात के साथ-साथ महाराष्ट्र के लिए भी 1 मई का दिन बेहद खास है, क्योंकि महाराष्ट्र (Maharashtra) भी अपना स्थापना दिवस इसी दिन मनाता है.

गुजरात दिवस पर राज्य में भव्य परेड, विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. इन कार्यक्रमों के जरिए गुजरात की संस्कृति, परंपरा और इसके गौरवशाली इतिहास से रूबरू कराया जाता है. इस खास अवसर पर आप इन आकर्षक हिंदी विशेज, वॉट्सऐप स्टिकर्स, फेसबुक ग्रीटिंग्स, जीआईएफ इमेजेस और वॉलपेपर्स को शेयर करके हैप्पी गुजरात दिवस कह सकते हैं.

1- गुजरात दिवस की हार्दिक बधाई

गुजरात दिवस 2022 (Photo Credits: File Image)

2- गुजरात दिवस की शुभकामनाएं

गुजरात दिवस 2022 (Photo Credits: File Image)

3- हैप्पी गुजरात दिवस

गुजरात दिवस 2022 (Photo Credits: File Image)

4- गुजरात दिवस 2022

गुजरात दिवस 2022 (Photo Credits: File Image)

5- हैप्पी गुजरात डे

गुजरात दिवस 2022 (Photo Credits: File Image)

गौरतलब है कि भारत की आजादी के समय तक गुजरात और महाराष्ट्र बंबई प्रेसीडेंसी का हिस्सा हुआ करते थे, लेकिन आजादी के कुछ समय बाद से ही भाषा के आधार पर अलग-अलग राज्य की मांग तेजी से उठने लगी. भाषा के आधार पर अलग-अलग राज्यों की मांग को लेकर कई आंदोलन भी हुए, जिसके बाद 1 मई 1960 को भाषा के आधार पर बंबई प्रेसीडेंसी से अलग कर दो राज्यों गुजरात और महाराष्ट्र की स्थापना की गई.

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