Gita Jayanti 2021 Wishes: हैप्पी गीता जयंती! अपनों के साथ शेयर करें ये हिंदी WhatsApp Stickers, Facebook Greetings, GIFs, HD Images और Wallpapers
श्रीमद्भगवत गीता में कुल 18 अध्याय हैं, जिनमें कर्मयोग, ज्ञानयोग और भक्तियोग के उपदेश दिए गए हैं. इस पवित्र ग्रंथ में इंसान के जन्म से लेकर मृत्यु और मृत्यु के बाद के चक्र को विस्तारपूर्वक बताया गया है. गीता जयंती के इस खास अवसर पर आप इन हिंदी विशेज, वॉट्सऐप स्टिकर्स, फेसबुक ग्रीटिंग्स, जीआईएफ, एचडी इमेजेस और वॉलपेपर्स को अपनों के साथ शेयर करके हैप्पी गीता जयंती कह सकते हैं.
Gita Jayanti 2021 Wishes in Hindi: हिंदू पंचांग के अनुसार, हर साल मार्गशीर्ष महीने के शुक्ल पक्ष की एकादशी को गीता जयंती (Gita Jayanti) मनाई जाती है. कहा जाता है कि इसी पावन तिथि पर महाभारत (Mahabharat) युद्ध से पहले कुरुक्षेत्र (Kurukshetra) में श्रीकृष्ण ने अर्जुन को श्रीमद्भगवत गीता (Shrimad Bhagwad Gita) का उपदेश दिया था, जिसका उद्देश्य युगों-युगों तक मानव का कल्याण मात्र था. कहा जाता है कि इस दिन श्रीमद्भगवत गीता का जन्म हुआ था, इसलिए इस दिन गीता जयंती का पर्व मनाया जाता है. अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार, इस साल गीता जयंती 14 दिसंबर 2021 (मंगलवार) को मनाई जा रही है. सनातन धर्म में गीता को पवित्र ग्रंथ माना गया है, जिसमें मानव जीवन का सार छुपा हुआ है. संपूर्ण जीवन के सार के साथ-साथ इसमें धार्मिक, कार्मिक, सांस्कृतिक और व्यवहारिक ज्ञान भी दिया गया है. कहा जाता है कि इस ग्रंथ का अध्ययन और अनुसरण कर व्यक्ति अपनी जीवन की दिशा और दशा दोनों ही बदल सकता है.
श्रीमद्भगवत गीता में कुल 18 अध्याय हैं, जिनमें कर्मयोग, ज्ञानयोग और भक्तियोग के उपदेश दिए गए हैं. इस पवित्र ग्रंथ में इंसान के जन्म से लेकर मृत्यु और मृत्यु के बाद के चक्र को विस्तारपूर्वक बताया गया है. गीता जयंती के इस खास अवसर पर आप इन हिंदी विशेज, वॉट्सऐप स्टिकर्स, फेसबुक ग्रीटिंग्स, जीआईएफ, एचडी इमेजेस और वॉलपेपर्स को अपनों के साथ शेयर करके हैप्पी गीता जयंती कह सकते हैं.
1- गीता जयंती की शुभकामनाएं
2- गीता जयंती की हार्दिक बधाई
3- हैप्पी गीता जयंती
4- गीता जयंती 2021
5- शुभ गीता जयंती
गौरतलब है कि गीता का प्रादुर्भाव भगवान श्रीकृष्ण के मुख से अर्जुन का मार्गदर्शन करने के लिए हुआ था. श्रीकृष्ण से उपदेश पाकर अर्जुन न सिर्फ परम ज्ञान की प्राप्ति करते हैं, बल्कि इससे उनकी सारी शंकाओं का निवारण भी हो जाता है. गीता का ज्ञान प्राप्त करने के बाद अर्जुन युद्ध के मैदान में अपना कर्म करते हैं. कुरुक्षेत्र में जिस तरह से श्रीकृष्ण के गीता उपदेश ने अर्जुन का मार्गदर्शन किया था, उसी तरह से हर इंसान इससे अपने जीवन की हर समस्या से बाहर निकलने के लिए उचित मार्गदर्शन प्राप्त कर सकता है.